रोहित जैन/निस
कालांवाली, 2 जून
रेलवे द्वारा किसान एक्सप्रेस के टाइम में बदलाव न करने और नयी ट्रेन न चलाने से दैनिक यात्रियों को मुस्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक यात्रियों को रोजाना 20 से 30 गुना से भी ज्यादा किराया खर्च कर सिरसा व हिसार प्रतिदिन अप-डाउन करना पड़ रहा है। कालांवाली से रोजाना सैकड़ों लोग सिरसा व हिसार सरकारी व प्राइवेट नौकरी पर आते-जाते हैं। उच्च शिक्षा के लिए सैकड़ों यात्री रोजाना कालांवाली से सिरसा, डिंग, हिसार के लिए यात्रा करते हैं। इसके लिए बठिंडा से रामां, कालांवाली भी नौकरी करने के लिए यात्री आते हैं। कोरोना से पहले पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेनों में सबसे ज्यादा यात्री होते थे। मगर रेलवे द्वारा लाॅकडाउन के बाद पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेनों के नाम व समय में बदलाव करने से यात्रियों को काफी नुकसान हुआ है। रेल यात्रियों के रेल प्रशासन के अलावा विधायक, सांसद सहित कई उच्चाधिकारियों को अनेक बार मांग-पत्र सौंपने के बावजूद भी समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा। कालांवाली से सिरसा आवागमन के लिए ट्रेन का मंथली पास 180 रुपये में बनता है। मगर अब ज्यादातर दैनिक यात्री बाइकों व कारों में पुल कर सिरसा जा रहे हैं। बाइक पर कम से कम 250 रुपये व कार पर रोजाना 500 से 700 रुपये आवागमन करने का खर्च लगता है। यानि महीने में 7 हजार रुपये से 20 हजार रुपये का तेल लगता है। दैनिक यात्री बताते हैं कि बसों में भी रोजाना एक तरफ का किराया करीब 50 रुपये लगता है। यानि महीने का किराया 3 हजार रुपये लगता है। उन्होंने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि बठिंडा से कालांवाली, सिरसा, हिसार जाने के लिए सुबह 6 बजे से 9 बजे के बीच एक ट्रेन शुरू की जाए। जोकि सुबह 5 बजकर 40 मिनट से दोपहर 1 बजकर 40 मिनट तक कोई ट्रेन नहीं है।
रेलवे ट्रेन चलाए तो मिले राहत : यात्री
दैनिक यात्री राजिंद्र वर्मा ने बताया कि अभी वह कार पर पुल करके अप-डाउन कर रहे हैं। आने-जाने में हर माह लगभग 5 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं। रेलवे यदि ट्रेन चलाए तो आमजन को राहत मिलेगी। विक्की बंसल काला ने कहा कि कालांवाली से सिरसा के लिए रोजाना रेलवे को सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच ट्रेन शुरू करनी चाहिए। क्योकि कालांवाली से सिरसा के लिए कोई बेहतर बस सुविधा भी नहीं है। छात्रा वैशाली जैन ने बताया कि सुबह 5 बजकर 40 मिनट पर दिल्ली एक्सप्रेस और 5 बजकर 43 मिनट पर किसान एक्सप्रेस कालांवाली से सिरसा जाती है। 3 मिनट में लगातार दो ट्रेनों के बाद दोपहर 1 बजकर 44 मिनट तक सिरसा की तरफ जाने वाली कोई ट्रेन नहीं है। रेलवे को चाहिए कि किसान एक्सप्रेस का समय पहले की तरह सुबह 7 बजकर 40 मिनट किया जाए या सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच नयी ट्रेन शुरू हो। सतनाम सिंह ने बताया कि कालांवाली ही नही बठिंडा से सिरसा तक के लोग अपने स्तर पर रेल प्रशासन के अलावा विधायक, सांसद सहित कई उच्चाधिकारियों को कई बार मांग पत्र सौंप चुके। अब 4 जून को बनने वाले नए सांसद को मांग पत्र सौपेंगे। ताकि रेल यात्रियों की परेशानी दूर हो।