सोनीपत, 19 फरवरी (हप्र)
गोहाना बाईपास पर लंबे समय से बदहाल पड़े मार्ग के एक टुकड़े को लोक निर्माण विभाग द्वारा इंटरलाॅकिंग टाइलों से बनाना शुरू करने के विरोध में सोमवार को आसपास के लोग सड़कों पर उतर आये। इंडियन कॉलोनी व मयूर विहार के लोगों ने भारी संख्या में लघु सचिवालय पहुंच कर मौके पर सांसद रमेश कौशिक, विधायक सुरेंद्र पंवार, विधायक निर्मल चौधरी और डीसी मुलाकात कर इसे सीमेंट से तैयार कराने की मांग रखी। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर इसे इंटरलाकिंग टाइलों का बनाया गया तो वे सडक़ पर टेंट लगाकर धरना देंगे।
गोहाना बाईपास के आगे दोनों लेन जर्जर हालत में हैं। इस पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं। वाहन चालक इन गड्ढों से बचने के लिए गलत साइड में अपने वाहन चलाते हैं। पिछले दिनों गलत साइड में आ रही एक ट्रैक्टर ट्राली ने बाइक सवार युवक को कुचल दिया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
सड़क नीची होने से यहां पर बारिश के दिनों में जलभराव के कारण यह जल्द ही बिखर जाती है। इसलिए इस हिस्से को इंटरलाॅकिंग टाइलों से बनाने का कार्य शुरू किया गया। इस पर सोमवार को इंडियन कॉलोनी और मयूर विहार के काफी लोग लघु सचिवालय में पहुंच गए और डीसी मनोज कुमार से मुलाकात कर मांग कि इस सड़क को इंटरलाॅकिंग टाइलों का न बनाया जाए, क्योंकि रेत से भरे भारी वाहनों के गुजरने से यहां दिनभर धूल उड़ेगी। इस पर डीसी ने कहा कि इस हिस्से को इंटरलाॅकिंग टाइलों से बनाने की ही मंजूरी मिली है, इसलिए यह इंटरलाॅकिंग टाइलों का ही बनाया जाएगा। डीसी की बात सुनकर लोग लघु सचिवालय के गेट पर जमा हो गए।
इसी दौरान दिशा की बैठक में भाग लेकर नीचे उतरे सांसद रमेश कौशिक, सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार, गन्नौर की विधायक निर्मल चौधरी व डीसी के सामने लोगों ने दोबारा अपनी मांग रखी। इस पर सांसद ने कहा कि अभी इसे इंटरलाॅकिंग टाइलों से ही बनवा लें, बाद में इसे सीमेंटिड बना दिया जाएगा लेकिन लोग नहीं माने। लोगों ने कहा कि अगर इसे इंटरलाॅकिंग टाइलों का बनाया गया तो वे सड़क पर टेंट लगाकर जाम लगा देंगे और धरना देंगे।
वहीं कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार ने लोगों से कहा कि वह लोगों के साथ हैं, वे जहां भी कहें, चलने के लिए तैयार हैं। अगर लोग धरना देना चाहते हैं तो वह भी धरना देने को तैयार हैं।
सड़क टूटने का कारण जलभराव
लोक निर्माण के कार्यकारी अभियंता प्रशांत कौशिक ने बताया कि ट्रक यूनियन से लेकर गांव बड़वासनी तक साढ़े पांच करोड़ रुपये में नई सड़कें बनाने का टेंडर हुआ था लेकिन गोहाना रोड के इस हिस्से में जलभराव को देखते हुए इंटरलाॅकिंग टाइलों से बनाने की मंजूरी ली गई। इस हिस्से पर पत्थरों की एक लेयर डालकर 80 एमएम के सीमेंटिड ब्लाक बिछाए जाएंगे।