नरवाना, 26 मई (निस)
नगर परिषद के पूर्व प्रधान कैलाश सिंगला के आग्रह पर नरवाना पहुंच कर मतदान करने वाले उन मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है, जो बाहर होने के बावजूद घर आकर वोट डाल गये। बाबा कुण्डी के रहने वाले 100 मतदाता अपने कारोबार व काम के सिलसिले में बाहर हैं। पंजाब के पटियाला से सौ वोटर अपना वोट डालने नरवाना पहुंचे। प्रचंड गर्मी में दो बसों में भरकर वोटर अपने मत का प्रयोग करने के लिए नरवाना आए थे। वोटरों ने बताया कि कि वे नप के पूर्व प्रधान कैलाश सिंगला के बुलावे पर और अपना कर्तव्य निभाने के लिए वोट डालने पहुंचे थे। गौरतलब कि कोरोना के बाद नरवाना में काम कम होने के कारण बागड़ी समाज के अनेक परिवार पटियाला में शिफ्ट हो गए। उसके बाद वहीं काम कर रहे हैं। बागड़ी समाज के लोगों ने अपने लिए बसों का प्रबंध किया और वोटिंग की। कई वोटरों ने बताया कि वैसे तो उनका मन था कि वोट जरूर डालेंगे लेकिन कैलाश सिंगला के बार बार आग्रह पर उन्होंने अपना मन पक्का किया। कैलाश सिंगला ने बताया कि बागड़ी समुदाय के लोगों से उनका पारिवारिक संबंध है और ये वर्षों से उनकी मदद कर रहे हैं। कई चुनावों में उनके कहने से मतदान किया और मामूली गुहार पर वोट के लिए पहुंच गए जिसके लिए वह उनका आभार व्यक्त करते हैं।
‘कम वोटिंग के लिए प्रशासन जिम्मेदार’
नगर परिषद के पूर्व प्रधान एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य कैलाश सिंगला ने वोटिंग कम होने का दोषी प्रशासन को बताया। प्रेस को जारी बयान में कैलाश सिंगला ने कहा कि काफी लोगों के पास वोटर पर्ची नहीं पहुंच पाई जिस कारण लोग वोट करने नहीं जा सके। काफी बूथों पर बीएलओ मौके पर नहीं थे। दोबारा से भी पर्ची नहीं ले सके। नरवाना हलके के अनेक बूथों पर पीने का पानी नहीं था और ना ही खड़े होने के लिए छांव थी जिस कारण वोटिंग बहुत ही कम हो पाई। वोटिंग कम होने का मुख्य कारण प्रशासन की उदासीनता रही। अगर प्रशासन मतदान केन्द्रों पर मतदाता के लिए व्यव्स्थाओं को बढाता को मतदान प्रतिशत अवश्य बढा होता हालांकि प्रशासन ने इन व्यस्थाओं के लिए कहा जरूर था पर यह नहीं हो पाया।