ड्रेन नंबर दो पर अधूरी पड़ी तीन किमी लंबी सड़क
पानीपत, 26 मई (हप्र)
पानीपत शहर में ट्रैफिक का दबाव कम करने और करनाल की तरफ से जिला के सनौली खुर्द ब्लाक के दर्जनों गांवों व यूपी की तरफ जाने वाले वाहनों के लिये पूर्व सीएम मनोहरलाल के पहले कार्याकाल के दौरान जीटी रोड बाबरपुर से लेकर सनौली रोड पर गांव छाजपुर तक ड्रेन नंबर दो पर सड़क बनाने के लिये सीएम एनाउंसमेंट की गई थी।
यह करीब 14 किमी लंबी सड़क पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जानी थी। सीएम एनाउंसमेंट के तहत ड्रेन नंबर दो पर बरसत रोड से लेकर सनौली रोड छाजपुर तक करीब 11 किमी लंबी सड़क का करीब 21 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य 2021 में पुरा हो चुका है। लेकिन पानीपत में जीटी रोड बाबरपुर से लेकर बरसत रोड तक ड्रेन नंबर दो पर करीब तीन किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य अभी नहीं हो पाया है। बता दें कि ड्रेन नंबर दो पर पेड़ खड़े थे और उन पेड़ों को काटने के विरोध में आरटीआई कार्यकर्ता ने केंद्रीय वन विभाग को शिकायत कर दी और उसके बाद इस तीन किमी लंबी बाकी बची सड़क के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी। उनका कहना था कि ड्रेन नंबर दो के साथ ही जीटी रोड से लेकर बरसत रोड से कुछ पहले तक हूडा की करीब पौने तीन किमी लंबी सड़क बनी हुई है तो ड्रेन पर पेड़ काटकर सड़क बनाने की क्या जरूरत है। लेकिन हूडा विभाग की यह सड़क जीटी रोड से लेकर सेक्टर-19 व गांव अजीजुलापुर के पास माउंट आबु स्कूल तक बनी हुई है और सडक के रास्ते में एक व्यक्ति की एक बिल्डिंग आ गई, जिसकी वजह से हुडा की यह सडक बरसत रोड से नहीं मिल सकी। इसी सड़क को बनवाने के लिये अब विभिन्न गांवों के लोग मंत्री महीपाल ढांडा और पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन व एसडीओ से मिले हैं और अधूरी पड़ी सड़क का निर्माण कार्य पूरा करवाने की मांग की गई है।
मंत्री महीपाल ढांडा ने ग्रामीणों को आचार संहिता के समाप्त होने पर समाधान का आश्वासन दिया है।
पीडब्ल्यूडी के एसडीओ बोले
पीडब्ल्यूडी के एसडीओ प्रवीन छिक्कारा का कहना है कि सीएम एनाउंसमेंट के तहत बरसत रोड से लेकर गांव छाजपुर में सनौली रोड तक ड्रेन नंबर दो पर करीब 11 किमी सड़क बन चुकी है और अभी करीब तीन किमी की सड़क का निर्माण कार्य बाकी है। ड्रेन पर सड़क बनाने के लिये सिंचाई विभाग ने वन विभाग से मंजूरी लेनी है और वन विभाग की मंजूरी के बाद ही पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि सीएम एनाउंसमेंट के तहत इस बाकी अधूरी पड़ी सडक का पैसा भी आया था और यदि वह लैप्स भी हो गया होगा तो दोबारा मिल सकता है।