जींद, 8 दिसंबर (हप्र)
आंगनवाड़ी वर्करों एवं हेल्पर्स ने अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय के बाहर बुधवार से चार दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है। धरने को सम्बोधित करते हुए सीटू जिला सचिव कपूर सिंह व उपाध्यक्ष कश्मीर सेलवाल ने बताया कि प्ले-वे स्कूलों के द्वारा आईसीडीएस को प्राइवेट हाथों व एनजीओ को सौंपने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिसे आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स बर्दाश्त नहीं करेगी। प्लेवे स्कूलों के नाम पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से बिना कोई वेतन दिए तमाम काम करवाने की सरकार की योजना है।
ये हैं प्रमुख मांगें
कपूर सिंह ने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, महंगाई भते का बकाया ऐरियर भी तुरंत दिया जाए, विभाग द्वारा बिना फोन व अन्य संसाधन दिए वर्कर्स पर ऑनलाइन काम का दबाव बनाना बंद किया जाए व इस बारे हाई कोर्ट के आदेश की अवहेलना न की जाए, आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स को किसी भी विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए व डीए देने समेत कई अन्य मांगें शामिल हैं।
रोहतक में भी प्रदर्शन
रोहतक (हप्र) : आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर्स ने बुधवार को प्रदर्शन किया व जिला कार्यक्रम अधिकारी, समेकित बाल विकास परियोजना के नाम तहसीलदार को मांग पत्र सौंपा। इससे पूर्व आंगनवाड़ी वर्कर स्थानीय मानसरोवर पार्क में इकट्ठा हुई और प्रदर्शन करती हुई उपायुक्त कार्यालय पहुंची।
चरखी दादरी (निस) : आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन की ओर से जिला प्रधान सुनीता रानी रामबास की अगुवाई में बुधवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताले लगाकर हड़ताल की गई तथा दादरी कोर्ट काम्पलेक्स में प्रदर्शन किया। एसकेएस जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा ने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी सेंटरों को एनजीओ के माध्यम से निजी हाथों में सौंपना चाहती है।
भिवानी (हप्र) : आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए डीसी कार्यालय पर धरना दिया और प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद उन्होंने निदेशक के नाम ज्ञापन सौंपा। धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता राजबाला खानक ने की। यूनियन नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार सभी सरकारी उपक्रमों समेत आंगनवाड़ी का निजीकरण करने पर आमादा है। अपनी लम्बित मांगों को लेकर बुधवार को आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स ने हड़ताल की और धरना दिया व पीओ कार्यालय तक प्रदर्शन किया।