सुरेंद्र मेहता/ हप्र
यमुनानगर, 13 जून
हरियाणा सरकार व केंद्र सरकार द्वारा सरस्वती को धरातल पर लाने के लिए अभी तक करोड़ों रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है, लेकिन जहां से सरस्वती का उद्गम स्थल है वही गंदगी की भरमार है। कोई रखरखाव न होने के कारण यहां आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था को भी ठेस पहुंचती है। आदिबद्री स्थित सरस्वती के उद्गम स्थल पर श्रद्धालुओं का अक्सर आना-जाना रहता है। लोग यहां आकर सरस्वती का आचमन लेते हैं, लेकिन वर्तमान में यहां पानी आचमन लायक नहीं हैै। उद्गम स्थल पर चारों तरफ गंदगी का साम्राज्य है। अभी 6 जून को ही हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के वाइस चेयरमैन धूमनसिंह सिंह किरमिच ने इस इलाके का दौरा किया था और अधिकारियों को कई तरह के दिशा निर्देश दिए थे। उद्गम स्थल पर दौरा करने पर लगता है कि यहां काफी समय से सफाई नहीं की गई।
अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश
धुम्मन सिंह किरमिच का कहना है कि सरस्वती उद्गम स्थल पर श्रद्धालुओं की आस्था बरकरार रहे इसके लिए वहां के रखरखाव हेतु विशेष दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरस्वती को धरातल पर लाने के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों के चलते अधिकारियों को भी इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि सरकार के इस कार्यकाल में सरस्वती धरातल पर नजर आए। उन्होंने कहा की कोरोना की वजह से सरस्वती से संबंधित विभिन्न कार्यों में कुछ देरी हुई है लेकिन उसे जल्दी ही तेजी लाने के प्रयास किए जाएंगे।