कुरुक्षेत्र, 19 सितंबर (हप्र)
सैनिकों के शौर्य पर न कोई प्रश्नचिन्ह यदि, ठाने शत्रु को ये जड़ से उखाड़ देते हैं कोई दो-दो हाथ करना भी यदि चाहता तो, एक बार में ही भूमि पे पछाड़ देते हैं, कोई मां या मातृभूमि पे कुदृष्टि डालता तो, ऐसे आईनों के चेहरे बिगाड़ देते हैं, वंशज भरत के हैं सामने हो सिंह के भी खेल-खेल में ही जबड़े उखाड़ देते हैं जैसी देशभक्ति से ओत-प्रोत व बेहतरीन रचनाओं के द्वारा हरियाणा कला परिषद के कलाकीर्ति भवन में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कवि मनवीर मधुर ने वीरों को नमन किया। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में पूर्व नप अध्यक्षा उमा सुधा, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मबीर मिर्जापुर तथा जजपा के युवा जिलाध्यक्ष जसविंद्र खैहरा की उपस्थिति में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने सभी अतिथियों तथा आमंत्रित कवियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। कवि सम्मेलन में कवि मनवीर मधुर ने वीर रस से भरा काव्य पाठ कर देशभक्ति का परिचय दिया। इस अवसर पर वरिष्ठ कवि बलवान सिंह, नरेश सागवाल, धर्मपाल गुगलानी, सीमा काम्बोज, मनीश डोगरा, उपेंद्र सहित श्रोता उपस्थित रहे।