सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 12 अप्रैल
प्रदेशभर में ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने डेढ़ साल पहले सभी आरटीओ कार्यालय को 2-2 पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक कांटे उपलब्ध कराये थे ताकि मौके पर ही ओवरलोड वाहन का वजन हो सके और उस पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। शुरू में विभागीय अधिकारियों ने पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक कांटों का इस्तेमाल किया। इन कांटों पर किया गया वजन और कंप्यूटरीकृत कांटों पर किये वजन में काफी अंतर पाया गया। इसके बाद प्रदेशभर के अधिकारियों ने इन पोर्टेबल कांटों का इस्तेमाल बंद कर दिया। इस समय ज्यादातर जिलों में यह पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक कांटे धूल फांक रहे हैं। करोड़ों रुपए की लागत से खरीदे गए यह पोर्टेबल कांटे वास्तव में हरियाणा की सड़कों की वजह से इस्तेमाल नहीं हो पा रहे। इन कांटों के लिए समतल सड़क होनी चाहिए, जबकि अधिकांश सड़कें पूरी तरह समतल नहीं हैं। इसके चलते कांटों से सही वजन नहीं पता चलता। सीएम मनोहर लाल ने अवैध माइनिंग और ओवरलोडिंग के मामलों में विभागीय कार्रवाई में पारदर्शिता लाने के लिए अधिकारियों को बॉडी कैमरा लगाए जाने की घोषणा 18 अक्तूबर, 2020 को की थी। लेकिन इस पर भी अमल नहीं किया गया।
ठीक करवाये जायेंगे कांटे : परिवहन मंत्री
हरियाणा के परिवहन व खनन मंत्री मूलचंद शर्मा का कहना है कि विभाग के पास सभी तरह का सिस्टम है। हम उस सिस्टम के मुताबिक ओवरलोड पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अधिकारियों से बात करेंगे ताकि पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक कांटों का इस्तेमाल हो सके। अगर उन कांटों में कोई कमी है तो गारंटी पीरियड में उसे ठीक करवाने का भी प्रयास किया जाएगा।