फतेहाबाद, 11 सितंबर (हप्र)
फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में डाक्टर व स्टाफ की कथित लापरवाही के चलते प्रसूता की मौत हो गई। प्रसूता ने एक बच्ची को जन्म दिया था। परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। मृतका के परिजनों का कहना है कि रात को मरीज को दिक्कत होने के बाद कई बार बुलाने पर भी स्टाफ ने समय रहते संभाला नहीं, जिस कारण उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार हांसी निवासी 22 वर्षीय आरती को दो वर्ष पहले फतेहाबाद के अशोक नगर निवासी सुधीर के साथ विवाह हुआ था। दो दिन पहले उसे डिलीवरी के लिए फतेहाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों ने बताया कि परसों रात महिला ने ऑपरेशन से बच्ची को जन्म दिया और महिला अस्पताल में ही एडमिट थी। मंगलवार देर रात को महिला को सांस लेने में दिक्कत हुई तो उन्होंने वहां तैनात नर्सिंग स्टाफ को बुलाया। कई बार बुलाने के बाद नर्स आई और इंजेक्शन लगा दिया। इसके बाद भी महिला की परेशानी बढ़ती गई और सुबह 6 बजे जब उसे रैफर किया जा रहा था तो उसकी मौत हो गई।
4 डॉक्टरों की जांच टीम गठित
एसएमओ डॉ. बुधराम ने बताया कि मामले में पता चला है कि मरीज की तबीयत बिगड़ने पर परिजनों के तीन चार बार बुलाने पर करीब साढ़े 3 बजे नर्स ने मरीज को देखा तो उसे सांस लेने में परेशानी थी, जिस पर उसे इंजेक्शन दे दिया गया लेकिन मरीज को आराम नहीं मिला। करीब 6 बजे स्पेशलिस्ट को बुलाया गया और हालत गंभीर होने पर उसे इमरजेंसी में शिफ्ट किया गया। यहां से उसे रेफर करने के लिए एंबुलेंस में ले जाने लगे तो उसने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि मामले में चार डॉक्टरों की टीम गठित कर दी गई है। जांच टीम में डॉ. जयप्रकाश, महिला चिकित्सक प्रियंका, तृप्ति तथा मुख्य नर्सिंग अधिकारी प्रकाश कौर को शामिल किया गया है, जो 48 घंटे में रिपोर्ट देगी। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक सहित तीन लोगों को दूसरी जगह भेज दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही अगली कार्यवाही की जायेगी।