चंडीगढ़, 29 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा के रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन व अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू होने के साथ 14वीं विधान सभा का अंतिम बजट सत्र सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस दौरान 33 घंटे 48 मिनट कार्यवाही चली और सत्र में प्रदेश के सभी 90 विधायकों ने भाग लिया। सत्र की कार्य उत्पादकता 106.90 फीसदी रही। 20 फरवरी से शुरू होकर 28 फरवरी तक चले इस सत्र में 7 बैठकें हुईं। इस दौरान सदन में 13 विधेयक पारित किए गए।
बृहस्पतिवार को विधानसभा में पत्रकारों से रूबरू हुए स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि विधानसभा के सभी कर्मचारियों के लिए ड्रेस लागू की। इससे सदन में अनुशासन देखने को मिला। वहीं कर्मचारी अपनी ड्यूटी के प्रति गौरवान्वित दिखाई दिए। हरियाणा विधानसभा में ऐसा प्रयोग पहली बार हुआ है। गुप्ता ने कहा कि डिजिटल युग में विधानसभा ने एक और नई छलांग लगाई है। विधानसभा का 1966 से लेकर अब तक का पूरा रिकॉर्ड डिजिटल रूप से उपलब्ध हो गया है।
इस रिकॉर्ड में सभी सत्रों की कार्यसूची, सदन का आह्वान एवं सत्रावसान, प्रस्ताव/नोटिस, अल्प अवधि नोटिस, प्रश्नोत्तर, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, गैर-सरकारी व सरकारी संकल्प, बिल, बुलेटिन, समीक्षा, सदन की कार्यवाही, माननीय विधायकों का बायोडाटा तथा सभी समितियों की रिपोर्ट शामिल है। यह सुविधा शोधार्थियों और मीडिया कर्मियों के लिए काफी उपयोगी साबित होगी। 1007 दर्शकों ने सत्र की कार्यवाही देखी। इनमें 456 स्कूली बच्चे और दूसरे संस्थानों व समूहों के व्यक्ति शामिल रहे।
100 तारांकित प्रश्न बने कार्यवाही का हिस्सा
सत्र के दौरान 5 दिन प्रश्नकाल रहा। इसके लिए 100 तारांकित प्रश्न कार्यवाही का हिस्सा बने, जिनमें से 61 सवालों के जवाबों पर सदन में चर्चा हुई। कुल 59 विधायकों के तारांकित सवाल इस सत्र में शामिल किए गए। इनमें भाजपा के 23, कांग्रेस के 25, जजपा के 6, इनेलो के 1 तथा 4 निर्दलीय विधायक शामिल रहे। इनके अलावा 26 विधायकों के 138 अतारांकित प्रश्न भी कार्यवाही का हिस्सा बने। उन्होंने बताया कि राज्यपाल का अभिभाषण 102 मिनट का रहा। सदन में 5 घंटे 56 मिनट चर्चा हुई, जिसमें भाजपा के 13, जजपा के 4, कांग्रेस के 12, निर्दलीय 3 विधायकों को मिलाकर कुल 32 विधायकों ने भाग लिया। अविश्वास प्रस्ताव पर 3 घंटे 54 मिनट चर्चा हुई।