चंडीगढ़, 1 नवंबर (ट्रिन्यू) :
दिवाली पर हरियाणा में कई जिलों में आगजन की घटनाएं सामने आई, जिससे लाखों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ। हालांकि, इन घटनाओं में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। संपत्ति के नुकसान ने कई व्यापारियों और घर मालिकों को आर्थिक झटका दिया। आतिशबाजी से पानीपत में अटैची सूटकेस के गोदाम में आग लगने का मामला सामने आया। वहीं सोनीपत में चलती गाड़ी में आग लग गई। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र के भट्टमाजरा में खुंबी फार्म में आग लगने का मामला सामने आया। दिवाली पर आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए दमकल विभाग के कर्मी पूरी तरह मुस्तैद रहे और आगजनी पर तुरंत काबू पाया गया।
पटाखों का धुआं न केवल सांसों के लिए खतरनाक साबित हुआ, बल्कि आग से झुलसने की घटनाएं भी शामिल आई। अस्पतालों में पटाखों, हाथ व पांव झुलसने के साथ सैकड़ों लोगों की त्वचा को भी नुकसान पहुंचा। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से पटाखों से झुलसने वालों को तुरंत उपचार देने के लिए बर्न वार्ड तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। सभी सिविल अस्पतालों में बर्न वार्डों में मरीजों की तादाद अच्छी खासी रही।
12 जिलों में आबोहवा बेहद खराब
प्रदेश के 12 जिलों की आबोहवा बेहद खबर है। खासकर एनसीआर में गुरुग्राम और फरीराबाद में क्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया है, जोकि सीधा सांसों पर असर डाल रहा है। सबसे ज्यादा खराब एक्यूआई फरीदाबाद का 441 दर्ज किया गया, जबकि गुरुग्राम का 490 और रोहतक का करनाल 456 रहा।