पलवल, 14 नवंबर (हप्र)
पलवल में वाटर सप्लाई लाइन में लीकेज ठीक करने के लिए खुदाई के दौरान हुए पीएनजी ब्लॉस्ट मामले में एक्सईएन सहित अन्य की गिरफ्तारी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को प्रदेशभर से विभिन्न विभागों के एसई, एक्सइएन व एसडीओ ने इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ हरियाणा के तत्वाधान में पलवल में एकत्रित होकर जिला पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर जुलूस निकाला और आरोप लगाया कि एक्सईएन को पुलिस ने साजिश के तहत गलत फंसाया है।
प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि एक्सईएन अमित के खिलाफ केस रद्द नहीं हुआ और मामले में गलत गिरफ्तारी करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में विभिन्न विभागों द्वारा बिजली-पानी समेत अन्य सेवाओं की आपूर्ति रोकी जा सकती है। उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस ने उसे बेइज्जत करने के लिए जमीन पर बिठाकर उसकी गिरफ्तारी का फोटो जारी किया। इसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। जुलूस की शक्ल में लघु सचिवालय पहुंचे प्रदेशभर के अधिकारियों ने डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ को मांगों का ज्ञापन सौंपा। मांगों में कहा गया है कि एक्सईएन के खिलाफ दर्ज मुकदमे को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए।
इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ हरियाणा अध्यक्ष आरके शर्मा ने कहा कि पुलिस ने जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन अमित को जान बूझकर मामले में फंसाया है।
शहर के पुराना जीटी रोड पर जिस जेसीबी मशीन से यह हादसा हुआ, वह जन स्वास्थ्य विभाग की थी ही नहीं। क्योंकि जन स्वास्थ्य विभाग ने हादसे से पहले ही पाइप लाइन ठीक कर कार्य निपटा दिया था। पुलिस ने मामले में साजिश के तहत जानबूझ कर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को गिरफ्तार किया। मामले को ठंडा करने के लिए यह गलत गिरफ्तारी की गई। जबकि बिना सरकार की अनुमति के एक्सईएन स्तर के अधिकारी की गिरफ्तारी हो नहीं सकती है।
उन्होंने कहा कि फोटो जारी करने के जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो। यदि ऐसा नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश के विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी आंदोलन कर प्रदेश में पानी-बिजली जैसी सेवाएं बंद कर दी जाएगी।
इस दौरान फेडरेशन के महासचिव राजेश चोपड़ा, अलोक बनवाला, मंजीत हुड्डा, सिहाग, एसई राजीव बतरा व एसई राजीव गुप्ता सहित काफी संख्या में अधिकारी मौजूद रहे।