कैथल, 1 जुलाई (हप्र)
पानी की गुणवत्ता को जांचने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने 7500 फील्ड टेस्टिंग किट मंगवाई हैं। इसमें पानी डालकर रखने के बाद 30 से 35 डिग्री तापमान पर 12 से 24 घंटे में पानी की गुणवत्ता का प्रमाण मिल जाएगा। किट में डालने के बाद पानी काला हो गया तो वह पीने योग्य नहीं है।
ऐसे गांव में पानी की शुद्धता को लेकर विभाग की ओर से समाधान के प्रयास किए जाएंगे। विभाग वासो के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने अपने कार्यालय में इसके लिए ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर की बैठक ली जहां किट बांटने के लिए ब्लॉक रिसोर्ट कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी लगाई गई है। विभाग द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में 18 किट बांटी जाएंगी। वर्ष 2022-23 का 7079 फील्ड टेस्टिंग किट बांटने का लक्ष्य रखा गया है। दीपक कुमार ने बताया कि खंड कैथल में 1680 फील्ड टेस्टिंग किट, खंड गुहला में 1790, खंड सीवन में 1190, खंड कलायत में 785, खंड ढांड में 730, खंड पुंडरी में 675 व खंड राजौंद में 650 फील्ड टेस्टिंग किट बाटी जाएंगी। उन्होंने बताया कि किट द्वारा की गई जांच में पानी का सैंपल फेल हो जाता है तो जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की लैब में पानी दोबारा चेक किया जाएगा।
यहां भी पानी का सैंपल फेल हो जाता है तो विभाग पानी दूषित होने का कारण जानकर उसका समाधान करेगा। इस मौके पर बीआरसी रघबीर सिंह, साहिब सिंह, विष्णु शर्मा, संदीप कुमार, चंद्रशेखर व बलकार सिंह मौजूद रहे।