सफीदों, 22 मई (निस)
सफीदों खंड क्षेत्र में ग्रामीण विकास की अनेक परियोजनों में कथित हेराफेरी के कई मामलों के बाद पंचायत समिति द्वारा खर्च किए गए बजट के सही प्रयोग पर कई पंचायत समिति सदस्यों ने ही सवाल खड़े किए हैं। इस पंचायत समिति की सदस्य डीडवाड़ा की सुनीता देवी के पति सुशील कुमार ने भी सफीदों पंचायत समिति के कई वर्षों के कामकाज को लेकर कुछ जानकारियां सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत बीते मार्च माह में मांगी खण्ड अधिकारी से विधिवत मांगी थी जो इन्हें आज तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।
सुशील कुमार ने आज बताया कि सफीदों के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ने बीती 23 अप्रैल को उन्हें चिट्ठी तो लिखी कि वह मांगी गई सूचनाओं को लेकर उनके दफ्तर में रिकॉर्ड का अवलोकन करें और आवेदन की गई प्रतियां ले लें लेकिन वह बार-बार दफ्तर में उनके पास गया और हर बार अधिकारी ने उसे यह कहकर टाल दिया कि अब रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगने वाले पंचायत समिति सदस्यों का कहना है कि पंचायत समिति के कामकाज में बड़ी हेराफेरी हो सकती है। सुशील ने बताया कि कई गांव में मिनी जिम का सामान उपलब्ध कराने के मामले में हेराफेरी स्पष्ट हो चुकी है जिसकी जांच विभागीय अधिकारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह भी हो सकता है कि ग्राम पंचायत द्वारा कराए गए किन्हीं विकास कार्यों को पंचायत समिति ने अपनी तरफ से पूरा किया दिखा कर भी भुगतान हड़प लिया हो लेकिन इसकी पुष्टि तो तभी हो सकेगी जब उन्हें मांगी गई सूचना उपलब्ध करा दी जाए।
खंड अधिकारी ने नकारे आरोप
सफीदों के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी का कहना है कि कई लोगों ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत उनसे जानकारी तो मांगी है लेकिन ऐसी सूचना को लेने कोई नहीं आया। जब उनसे पूछा गया कि यह कैसे हो गया कि सूचना उपलब्ध कराने से मना नहीं किया गया या टालमटोल नहीं की गयी और आवेदक अपील में चले गए। इस पर उन्होंने कहा कि यह उनकी मर्जी है, वे जो चाहे करें।