देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 26 मार्च
बहुचर्चित रेलवे कॉरिडोर जमीन घोटाले में एसआईटी ने एक पटवारी को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले में यह आठवीं गिरफ्तारी है। पटवारी को एसआईटी ने कोर्ट से एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। इससे पहले चार पटवारी, एक डाटा ऑपरेटर, एक प्रॉपर्टी डीलर और एसडीएम के रीडर को जेल भेजा जा चुका है। जांच टीम अब तक 23 सेल डीड और 3 लाख 31 हजार रुपए बरामद कर चुकी है।
कैसे करता यह पटवारी गोरख धंधा
मामले में एडीसी पलवल की प्राथमिक जांच के बाद 8 पटवारी व कानूनगो तथा कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपियों की सेशन कोर्ट पलवल से अग्रिम जमानत खारिज हो चुकी थी, जिसमें अब गिरफ्तार किए पटवारी राजेश भी आरोपी है। पटवारी राजेश पर आरोप है कि उसने दोनों प्रोजेक्टों से खुद तथा अपने परिजन व रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए एक्वायर की हुई जमीन में से 70 गज एवं 75 गज कुल 145 गज जमीन अपने माता पिता, भाई,पत्नी एवं बहन के नाम रजिस्ट्री करा दी, जो सभी को रेलवे के अवार्ड अनुसार 5 लाख 50 हजार रुपए, एक सरकारी नौकरी या आजीवन 20 हजार रुपए प्रति माह जमीन मालिक को मिलने थे। लेकिन इसकी शिकायत होने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया।
अब तक इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व इस मामले में अब तक 4 पटवारियों बलवीर, सुरेश, बाबूलाल तथा विकास , एक डाटा ऑपरेटर वरुण देव, एक प्रॉपर्टी डीलर अमर सिंह तथा रीडर एसडीएम सुनील कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है। उनसे उक्त घोटाले से संबंधित 23 सेल डीड तथा 3 लाख 31 हजार रुपए बरामद किए जा चुके हैं। घोटाले में अभी कई आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
क्या कहते हैं एसआईटी प्रभारी
एसआईटी प्रभारी एवं पलवल के डीएसपी विजयपाल सिंह के अनुसार मामले में संलिप्त आरोपी राजेश पटवारी जींद के गांव मालवी का रहने वाला है। उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।