कुरुक्षेत्र, 2 जुलाई (हप्र)
लाखों करोड़ों के किये विकास कार्यों के करने का दावा जब फेल हो जाये और अपनी गलतियों को छुपाने के लिए किसी और पर गाज गिराई जाए ये तो बिल्कुल भी ठीक नहीं। गलतियों और कमियां खुद की सुधारने की वजह थानेसर विधायक अपना गुस्सा नगर परिषद के ऐसे कर्मचारियों पर निकाल रहे हैं जो ट्रेनिंग पर आए हुए हैं। असल भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों पर कब गाज गिरेगी। ये बातें इंडियन नेशनल लोकदल की नेता एवं थानेसर नगर परिषद चेयरपर्सन पद की उम्मीदवार तनुजा ने कहे।
‘अब तक क्यों नहीं की भ्रष्टाचार पर कार्रवाई’
तनुजा ने कहा कि पिछले 20 सालों से विधायक को नगर परिषद में कोई भ्रष्टाचार, लापरवाही और कमियां नजर नहीं आई। बीते दिनों हुई मॉनसून की पहली बरसात ने प्रशासन और विधायक के सात साल में किये बेमिसाल कार्यों के दावों की पोल चंद घंटों में खोल कर रख दी। तमाम प्रशासनिक अमला और विधायक लगातार कार्यों को लेकर लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात करता है लेकिन विधायक सुभाष सुधा ने एनडीसी के मामलें में आईटीआई के प्रशिक्षुओं को सस्पेंड करने की सिफारिश कर दी। जबकि उन्हें जो वहां सिखाया जाता है वे वही कार्य ही करेंगे।
तनुजा ने कहा कि बरसाती पानी निकासी को लेकर विधायक बार-बार लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की बात करते हैं लेकिन इस मामलें में कोई कार्यवाही नही हुई जबकि बेकसूर आईटीआई के छात्रों को सस्पेंड तुरन्त प्रभाव से कर दिया गया। जो कि विधायक द्वारा छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया।
निगम में भ्रष्टाचार, अधिकारी बेपरवाह
इनेलो नेता तनुजा ने कहा कि नप में लापरवाही, भ्रष्टाचार और खामियों की कमी नहीं है। लोग एनडीसी और टैक्स के मामले में लगातार परेशान हो रहे हैं। जरूरी दस्तावेज गायब हो रहे हैं। इसका सीधा सा कारण लापरवाही है। नगर परिषद में सरकारी आदेशों की अवहेलना लगातार की जा रही है अधिकारी और कर्मचारी लगातार आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं। विधायक अपने बड़े आकाओं की जी हजूरी में लगे हुए थे। ठीक सड़कों के ऊपर विशेष मरम्मत के नाम पर सड़क बना दी गई। इतना ध्यान पानी निकासी की ओर दिया जाता तो शायद बरसात से शहर में जलभराव न होता।