असीम यादव/हप्र
नारनौल, 4 मई
भाजपा की नामांकन सभा में यह नारा बार-बार लगाया जा रहा था ‘राम लक्ष्मण जानकी, जय कन्हैया लाल की’। उन्हें भगवान का आशीर्वाद मिलेगा या नहीं यह तो कह नहीं सकते, लेकिन भाजपा प्रत्याशी के ‘राम सदृश्य’ यानी राव इंद्रजीत सिंह सभा में आशीर्वाद देने नहीं पहुंचे। शनिवार को भिवानी-महेंद्रगढ़ से भाजपा उम्मीदवार धर्मबीर सिंह ने सभा कर अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर अहीरवाल के दिग्गज नेता राव इंद्रजीत सिंह की अनुपस्थिति सभी के बीच चर्चाओं का विषय बनी रही।
भाजपा द्वारा पिछले कुछ दिनों से नामांकन सभा के लिए किए जा रहे प्रचार के अनुसार राव इंद्रजीत सिंह को इस अवसर पर पहुंचना था। लेकिन ऐनमौके पर उनका न आना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया। उल्लेखनीय है कि बतौर सांसद अपने 10 साल के कार्यकाल में धर्मबीर सिंह हमेशा राव इंद्रजीत सिंह के साथ खड़े रहे हैं। राव इंद्रजीत सिंह भी सार्वजनिक तौर पर धर्मबीर सिंह को अपना लक्ष्मण जैसा छोटा भाई बताते रहे हैं।
भाजपा प्रत्याशी के लिए आसान नहीं चुनावी डगर
अब धर्मबीर सिंह के लिए जिला महेंद्रगढ़ में पिछली बार जैसा प्रदर्शन कर पाना इतना आसान नहीं होगा। अगर उन्हें कोई सहारा नजर आ रहा है तो वे हैं राव इंद्रजीत सिंह। इसलिए नामांकन सभा मे उन्हें मुख्य नेता के तौर पर आमंत्रित किया गया था। सभा में राव समर्थक अच्छी संख्या में पहुंचे भी लेकिन राव इंद्रजीत नहीं पहुंच पाए। इस कारण खुद धर्मबीर सिंह भी थोड़े निराश नजर आए। चूंकि पिछले दोनों चुनावों में भारी बढ़त देने वाले महेंद्रगढ़ जिला में कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह के आने के बाद से नये समीकरण बने हैं। ऐसे समय मे राव इंद्रजीत सिंह का नहीं आना कहीं न कहीं उन्हें मायूस कर रहा है। उनके बिना अहीरवाल के इस क्षेत्र को फतह कर पाना धर्मबीर सिंह के आसान नहीं है। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह समर्थकों द्वारा यह बताया जा रहा है कि आज गुरुग्राम में जनसंपर्क कार्यक्रम होने के कारण वे नहीं आ पाए। शीघ्र ही वे चुनावी सभाएं कर धर्मबीर सिंह के लिए वोट मांगेंगे।
केंद्रीय मंत्री की सिफारिश पर मिली टिकट
टिकट वितरण में जब धर्मबीर सिंह का दावा भूपेंद्र यादव, डॉ. अभय सिंह व सुधा यादव के सामने कमजोर पड़ने लगा तो राव इंद्रजीत सिंह ने अपना अकाट्य दांव खेलते हुए टिकट की बाजी उनके नाम की थी। धर्मवीर सिंह पिछले दोनों चुनावों में जिला महेंद्रगढ़ से भारी बढ़त लेकर विजयी हुए थे। इस बार भी उन्हें यही उम्मीद थी कि राव इंद्रजीत सिंह की बिनाह पर एक बार फिर जिला महेंद्रगढ़ के माध्यम से वे जीत की हैट्रिक बनाएंगे लेकिन कांग्रेस पार्टी ने महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह को टिकट देकर सारा खेल उलझा दिया है।