अम्बाला शहर, 4 फरवरी (हप्र)
कोरोना काल के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की ड्यूटी करने वाले चालक-परिचालक को बिना शर्त के प्रोत्साहन राशि देने के बाद बिना नोटिस उस राशि की वेतन से कटौती करने की हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन ने निंदा की है। साथ ही चेतावनी दी है कि यह कटौती तुरंत बंद की जाए अन्यथा यूनियन को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश श्योकंद ने बताया कि ऐसे चालकों व परिचालकों को मौखिक रूप से कहा जा रहा है कि उसके बिल जमा करवाने होंगे जबकि अब ऐसे में बिल जमा करवाना नामुमकिन है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 2018 में तत्कालीन महाप्रबंधक के कर्मचारी विरोधी रवैये के खिलाफ हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन सम्बन्धित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा द्वारा 53 दिन का धरना चलाया गया था।
इस दौरान महाप्रबंधक द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित करने से जयभगवान परिचालक की मौत हो गई थी, जिसके बाद मुख्यालय स्तर पर यूनियन के साथी 8 लाख रुपए का मुआवजा देने की शर्त पर समझौता हुआ था लेकिन बार-बार महाप्रबंधक अम्बाला की ओर से पत्र लिखे जाने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
यूनियन के डिपो प्रधान बीरभान बैनीवाल, सचिव महावीर पाई ने बताया कि एस्मा के तहत की गयी पुलिस कार्रवाई को वापस लिया गया। राज्य प्रधान इन्द्र सिंह बधाना ने इसे कर्मचारियों के संघर्ष की जीत बताया।