ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 12 मार्च
हरियाणा सरकार में पब्लिसिटी सेल के पूर्व चेयरमैन रॉकी मित्तल को शुक्रवार 3 दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने पर पुलिस ने शुक्रवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 25 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत से निकलते हुए रॉकी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने 10 मार्च को अदालत से जज की गाड़ी की नीली बत्ती बरामद करने के लिए उन्हें रिमांड पर लिया था। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस राॅकी मित्तल को जयपुर लेकर गई लेकिन खाली हाथ लौटी। अदालत के बाहर निकलते हुये रॉकी ने कहा कि रावण का अंत होगा मुझे न्याय मिलेगा, रावण रूपी खट्टर का वध होगा। रॉकी मितल के वकील ने बताया कि रॉकी को कोर्ट में दोपहर डेढ़ बजे पेश करना था लेकिन पुलिस ने उन्हें एक डेढ़ घंटा पहले ही पेश कर दिया। पुलिस ने आगे कोई रिमांड नहीं मांगा। रॉकी को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अब उन्हें 25 मार्च को अदालत में पेश किया जाएगा। रॉकी से कोई नीली बत्ती की रिकवरी नहींं हुई।
भाई ने लगाया आरोप
रॉकी मित्तल के भाई सुरेश मित्तल ने कहा कि पुलिस ने रॉकी पर जानबूझकर गंभीर धाराएं लगाई हैं। सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर रॉकी की गिरफ्तारी हुई है। रॉकी मित्तल पर ऐसी-ऐसी धाराएं लगा दी हैं कि उनकी जमानत भी नहीं हो सकती। सुरेश मित्तल ने कहा कि मेरे भाई को राजनीतिक तरीके से फंसाया जा रहा है। कोई भी नीली बत्ती जयुपर में नहीं थी। उन्होंने दावा किया कि नीली बत्ती तो जज साहब की गाड़ी में रखी थी जब वे मेडिकल कराने अस्पताल गये थे।