फतेहाबाद (हप्र): आर्य समाज मंदिर फतेहाबाद में अमर शहीद, वैदिक शिक्षा प्रणाली के पोषक एवं गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार के संस्थापक स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती का बलिदान दिवस सादगी से मनाया गया। सर्वप्रथम आर्य समाज के पुरोहित पं. दीपक शास्त्री द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ यज्ञ करवाया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पं. गौरव शास्त्री ने स्वामी श्रद्धानंद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी श्रद्धानंद जी ने वैदिक विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए तथा लार्ड मैकाले द्वारा स्थापित शिक्षा पद्धति को सही ना मानकर गुरूकुलों की स्थापना करके स्वामी दयानदं सरस्वती द्वारा स्थापित वैदिक शिक्षा का प्रचार किया। भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती द्वारा बढ़चढ़ कर भाग लिया तथा दलितोद्धार करने के लिए शुद्धि सभा की स्थापना की तथा असंख्य लोगों को शुद्ध करके वैदिक धर्म में सम्मिलित करवाया।