रोहतक, 27 अगस्त (हप्र)
पिछले काफी समय से रोहतक के सिद्ध शिरोमणि बाबा मस्तनाथ मठ में समाधियों को लेकर चल रहे विवाद का आज पटाक्षेप हो गया। बाबा मस्त नाथ मठ के महंत एवं सांसद बालकनाथ योगी और बाबा रमेशनाथ ने बैठकर इस मामले का सर्वमान्य मत से समाधान निकाला। इस पूरे मामले में नांदल खाप और समाज के गणमान्य व्यक्तियों का अहम योगदान रहा। सिद्ध शिरोमणि बाबा मस्तनाथ मठ में चल रहे जीर्णोंद्धार कार्य के दौरान कुछ समाधियों को लेकर कुछ व्यक्तियों द्वारा जो भ्रामक प्रचार किया जा रहा था, वह भी समाप्त हो गया है।
आज नांदल खाप और समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने इस मामले में बाबा रमेश नाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात के ठीक बाद बाबा रमेशनाथ मठ में महंत एवं सांसद और बालकनाथ योगी से मिलने पहुंचे। मठ के महंत एवं सांसद बालकनाथ योगी ने कहा कि मठ इस प्रदेश शहर और देश के सभी नागरिकों का है, सभी वर्गों की यहां मान्यता है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन साधु, संत, महात्मा एवं महंतों की समाधियां यहां पर रही हैं, उन्हें हटाने का कोई प्रश्न ही नहीं है। ऐसे संत महात्मा सदैव हम सब के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे पूजनीय रहेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी समाधियां मठ के जीर्णोंद्धार कार्य के दौरान कहीं से हटी हैं, तो उसका दूसरा मतलब ना निकाला जाए। वे समाधियां हमारे पूर्वजों की हैं और वे उसी तरह सदैव स्थापित रहेंगी। उन्होंने तेरापंथ ओघडनाथ के महंत बाबा रमेशनाथ से भी आग्रह किया कि वे भी मठ के जीर्णोद्धार कार्य में सहयोग करें।
मनमुटाव समाप्ति का लिखित में दिया ज्ञापन
महंत बाबा रमेशनाथ और बाबा रामकुमारनाथ ने महंत बाबा बालकनाथ योगी के सुझावों का स्वागत किया और सहमति व्यक्त की। दोनों ही पक्ष द्वारा थाना आईएमटी के एसएचओ के नाम लिखित में भी ज्ञापन दिया गया कि डेरा बाबा मस्तनाथ और डेरा ओघडनाथ के बीच समाधियों को लेकर जो मनमुटाव था, वह आपसी तौर पर बैठकर हल कर लिया गया है। साथ ही यह भी कहा कि भविष्य में कोई भी बाहरी व्यक्ति भी इस विषय में हस्तक्षेप नहीं करेगा तथा दोनों पक्षों में अब कोई भी मनमुटाव नहीं है। इस मौके पर बाबा धर्मनाथ, ओमप्रकाश नान्दल, प्रधान नान्दल खाप, राजबीर वाल्मीकि, अनिल, बिजेन्द्र सरपंच, हरकिशन, अनिल, सन्नीकुमार, रामचन्द्र, राजेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।