कैथल, 20 अप्रैल (हप्र)
लवकुश तीर्थ ट्रस्ट मुंदड़ी कैथल ने राज्य सरकार से मांग की है कि संस्कृत विश्वविद्यालय में हो रही धांधलियों की जांच करवाई जाये। इस बारे में ट्रस्ट की ओर से एक पीआईएल हाई कोर्ट में दायर की थी। ट्रस्ट के अनुसार पीआईएल में फैसला सुनाते हुए हाई कोर्ट ने ट्रस्ट के पक्ष में फैसला देते हुए हरियाणा सरकार व उच्चतर शिक्षा विभाग को कार्रवाई करने का आदेश दिया था, किन्तु आज तक सरकार की तरफ से कोई सूचना इस बारे प्राप्त नहीं हुई। इस बारे में आज यहां हनुमान वाटिका में आयोजित प्रेस वार्ता में ट्रस्ट के प्रधान महेन्द्र सिंह व महासचिव सूरज क्योड़क ने कहा कि कुलपति द्वारा जो नियुक्तियां की गयीं, उसकी अधिसूचना अभी तक हरियाणा सरकार द्वारा नहीं की गयी है। उन्होंने कहा कि कुलपति ने अनुभवहीन एसिसटेंट प्रोफैसरों को नियुक्त कर दिया है।
इस अवसर पर ट्रस्ट के चेयरमैन सुंदर सिंह, सहायक रमेश आढ़ती, वीरनाथ, फौजी कर्ण सिंह, सांपली खेड़ी सरपंच प्रतिनिधि गुरमेल सिंह व जेपी जूड उपस्थित रहे।
नियमानुसार हुईं भर्तियां : कुलपति
कुलपति श्रेयांश द्विवेदी का कहना है कि उन्होंने विभाग के आदेशों का पालन करते हुए नियमों के आधार पर भर्तियां की हैं। अदालत में जो याचिका दायर की गई थी, वह खारिज हो गयी थी। भर्तियों के विरोध में भी जो दावा अदालत में किया गया था, वह भी उनके पक्ष में हुआ है।