चरखी दादरी, 2 फरवरी (हप्र)
हरियाणा में ग्राम पंचायतों के सरपंच अब एक बार फिर से आंदोलन की राह पर हैं। सरपंचों ने शुक्रवार को मांगों को लेकर बैठक करते हुए मंथन किया वहीं आगामी रणनीति बनाते हुए आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया। मीटिंग के बाद सरपंचों ने डीसी को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। सरपंचों ने ग्रांट लैप्स होने व विकास कार्यों में देरी का ठिकरा अधिकारियाें पर फोड़ा और कहा कि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वे गांवों में जनप्रतिनिधियों को नहीं घुसने देंगे साथ ही वोट की चोट पर उनके साथ हो रही ज्यादती का बदला लेंगे।
सरपंच एसोसिएशन के प्रधान रामचंद्र उमरवास की अध्यक्षता में दादरी के लोहारू रोड स्थित वाटिका में सरपंचों ने मांगों को लेकर मीटिंग कर रणनीति बनाई और बाद में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। लघु सचिवालय में सरपंचों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर डीसी को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रधान रामचंद्र उमरवास व सरपंच रामबीर सरपंच कलाली ने संयुक्त रूप से कहा कि बिना अधिकारियों के चलते उनके गांवों की ग्रांट लैप्स हो रही है और सरकार द्वारा सरपंचों पर गाज डाली जा रही है। जब मंत्रियों की ग्रांट लैप्स हो जाती है तो सीएम द्वारा उनको बर्खास्त कर देना चाहिए। सरकार अब सरपंचों के पीछे पड़ी है, ऐसे में प्रदेशभर के सरपंच वोट की चोट से आगामी चुनावों में आईना दिखाएंगे। साथ ही सरकार के प्रतिनिधियों को गांवों में घुसने नहीं देंगे और चुनावों में सरपंचों के साथ हो रही ज्यादती का बदला लेंगे। इस अवसर पर सुनील सरपंच राशीवास, बिंदराज बलाली, विनोद फौगाट, गुणपाल पातुवास, कंवरपाल खातीवास, सोनू ढाणी फौगाट, राज चंदेनी, शमशेर निमली, कृष्ण मकड़ाना सहित कई गांवों के सरपंच मौजूद रहे।