फरीदाबाद, 26 अगस्त (हप्र)
हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने कहा है कि आर्थिक मंदी के चलते पेरेंट्स को मासिक फीस भी देने में बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है फिर भी पेरेंट्स जैसे-तैसे ट्यूशन फीस जमा करा रहे हैं। उधर, डीपीएस 19 मैनेजमेंट पेरेंट्स को नोटिस भेजकर ट्रांसपोर्ट व वार्षिक फीस जमा कराने के लिए दबाव डाल रहा है, जिससे नाराज अभिभावकों ने बुधवार को तीसरी बार स्कूल गेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।
अभिभावकों का कहना है कि पेरेंट्स प्रिंसिपल से मिलकर अपनी बात रखना चाहते हैं लेकिन प्रिंसिपल ने मिलने से इंकार कर दिया है। पेरेंट्स का कहना है कि स्कूल बंद है, स्कूल का कोई खर्चा नहीं है। पेरेंट्स जो गत वर्ष की ट्यूशन फीस दे रहे हैं, उससे टीचर व स्टाफ की सैलरी देकर भी स्कूल के पास काफी मोटा पैसा बच रहा है। स्कूल प्रबंधक फीस का ब्रेकअप व स्कूल की आमदनी और खर्चे का ब्यौरा नहीं दे रहा है। इसी से नाराज होकर अभिभावकों ने आज पुन: गेट के सामने प्रदर्शन किया है। अभिभावकों का कहना है कि अगर स्कूल प्रबंधन ने ट्रांसपोर्ट फीस, एनुअल चार्ज आदि फंड लेने का भेजा नोटिस वापस नहीं लिया, तो ऐसा विरोध प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।
प्रबंधकों पर लगाया तानाशाही रवैये का आरोप
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा का कहना है कि स्कूल प्रबंधक तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं। स्कूल प्रबंधक हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के फैसले को आधार मानकर पेरेंट्स से ट्रांसपोर्ट फीस एनुअल चार्जए बड़ी हुई ट्यूशन फीस तिमाही आधार पर मांग रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि शिक्षा विभाग ने हाईकोर्ट के दिए गए फैसले के बाद अभी तक कोई नया आदेश नहीं निकाला है और अभी भी सरकार का वही आदेश लागू है, जिसमें कहा गया है कि स्कूल प्रबंधक गत वर्ष 2019 की बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस ही अभिभावकों से वसूलें। इसके अलावा अन्य कोई फंड ना लें। अगर आर्थिक कारणों से कोई अभिभावक यह फीस भी देने में असमर्थ है, तो फीस को लेकर किसी भी हालत में ना तो बच्चे की ऑनलाइन पढ़ाई बंद करें और ना बच्चे का नाम काटें। प्रदर्शन में अभिभावक अखिलेश, जॉनी, निपुण, श्वेता, हिना, पूजा चौधरी, हिमांशु सहित सैकड़ों अभिभावकों ने भाग लेकर अपनी एकजुटता का परिचय दिया।