जगाधरी, 19 मई (निस)
गर्मी के सीजन में आग लगने की एक वजह बिजली की ढीली व पुरानी तारें भी होती है। बिजली के सार्ट सर्क ट व इनके घर्षण से उठने वाली चिंगारी से भी आम तौर पर आग लग जाती है। जगाधरी इलाके में इस सीजन में आग लगने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इसकी एक वजह बिजली की पुरानी व लूज तारें भी मानी जा रही है। जगाधरी शहर में भी पुरानी व ढीली तारें खतरा बनी हुई हैं। इन्हें हटाने व कसने की मांग भी उठने लगी है।
वहीं बिजली निगम के अधिकारी इस दिशा में तेजी से काम चलने की बात कह रहे हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा भी कई बार इलाके की पुरानी तारें बदलने व लटक रही तारों को कसे जाने की बात कही जा चुकी है, लेकिन इसके बाद भी कई इलाकों में नज़ारा वैसा ही है। जगाधरी के बर्तन बाजार, रेलवे बाजार, पत्थरोंवाला बाजार, पंसारी बाजार, पुराना छछरौली रोड़, बूडिया गेट चौक रोड़, मुखर्जी पार्क इलाका, आर्मी ग्राउंड से लगता इलाका, दुर्गा गार्डन एरिया सहित दर्जनों इलाकों कें बिजली की पुरानी व लटकी तारें लगी हुई हैं। उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी संजीव गुप्ता, आशीष मित्तल, उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच के वरिष्ठ पदाधिकारी राजेंद्र बजाज, पंकज मित्तल, राजेश सचदेवा आदि का कहना है कि बिजली लाइनों की ऐसी स्थिति से भी आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने प्रशासन से इस तरफ ध्यान दिए जाने की मांग की है।
यह बोले अधिकारी
अर्बन जगाधरी सब डिविजन के एसडीओ सुखजींद्र सिंह का कहना है कि आजकल बिजली की लूज तारें कसने का काम चल रहा है। अभी तक 35 प्रतिशत के लगभग काम पूरा हो गया है। निगम का लक्ष्य 15 जून तक यह कार्य पूरा करना है। एसडीओ सुखजींद्र सिंह ने बताया कि भीड़ वाले इलाकों में तारें हटा केबल डाली जा रही है।