हिसार, 6 दिसंबर (हप्र)
ओलावृष्टि से बर्बाद हुई खरीफ फसलों का मुआवजा, भारी वर्षा से खरीफ 2021 की बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी कर मुआवजा देने आदि मांगों को लेकर लघु सचिवालय पर किसान सभा का बेमियादी धरना सोमवार को 222वें दिन में प्रवेश कर गया।
धरने की अध्यक्षता किसान नेता आनंद देव सांगवान व राजकुमार ठोलेदार ने संयुक्त रूप से की और मंच संचालन जिला प्रेस सचिव सूबे सिंह बूरा ने किया। किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा कि जब तक किसान आंदोलन चलेगा, वे भाजपा व जजपा के नेताओं का बहिष्कार करते हुए काले झंडे दिखाते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के कचहरी परिसर में आगमन पर प्रदर्शन कर रहे वकीलों के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया, जिसकी वे कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। किसानों के साथ भी पुलिस ने धक्का-मुक्की की जिसका समय आने पर मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।
‘कानूनों की वापसी देशहित में’
भिवानी (हप्र): तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का विधेयक संसद के दोनों सदनों से भी पारित हो गया। इन कानूनों की यह वापसी देशहित में है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सराहनीय कार्य किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता पल्ले राम गुर्जर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच शुरू से ही किसानों के समर्थन में रही है, उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस लेने का फैसला बड़े मन से लिया है। अब धरने पर बैठे आंदोलनकारी किसानों को भी वापस घर लौटना चाहिए।