कुरुक्षेत्र, 2 जनवरी (एस)
स्वामी श्रद्धानन्द स्वतंत्रता सेनानी व महान शिक्षाविद् थे, उन्होंने गुरुकुलों की स्थापना के साथ देश को आजाद कराने में भी महती भूमिका अदा की। महात्मा गांधी को ‘महात्मा’ की उपाधि देने वाले भी स्वामी श्रद्धानन्द ही थे।
उक्त शब्द गुरुकुल कुरुक्षेत्र में आयोजित स्वामी श्रद्धानन्द बलिदान दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहे। उन्होंने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द ने विलुप्त हो चुकी हमारी प्राचीन गुरुकुलीय पद्धति को पुनः स्थापित किया। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी, गुरुकुल इन्द्रप्रस्थ, गुरुकुल कुरुक्षेत्र, गुरुकुल सूपा (गुजरात) सहित जालंधर में आर्य पुत्री पाठशाला खोलकर देश में शिक्षा के प्रसार में महती भूमिका निभाई। इस अवसर पर गुरुकुल के निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता व सह प्राचार्य शमशेर सिंह मौजूद रहे। गुरुकुल कुरुक्षेत्र लगातार चौथी बार नंबर वन इस मौके पर गुरुकुल के निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता ने बताया कि देशभर के शिक्षण संस्थानों का सर्वे करने वाली प्रतिष्ठित संस्था ‘एजुकेशन वर्ल्ड’ ने लगातार चौथी बार गुरुकुल कुरुक्षेत्र को हरियाणा का नंबर वन आवासीय विद्यालय होने का खिताब दिया है।