नरवाना, 21 मार्च (निस)
न्यू कांवड़ सेवा समिति के तत्वावधान में धरौदी रोड स्थित मां काली मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का बृहस्पतिवार को पांचवां दिन रहा। कथावाचक ईश्वर चन्द्र ने बताया कि व्रतों में व्रत एकादशी और तिथियों में तिथि द्वादशी होती है। कहते हैं कि भगवान को इस दिन चावल का भोग लगाना चाहिए, जिससे भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं।
कार्यक्रम निवेदक व मंदिर पुजारी पंडित रोशन लाल वेदपाठी ने बताया कि कथा के दौरान कथावाचक ने गोवर्धन भगवान की कथा सुनाई। कथा के अनुसार भगवान ने खुद आकर भक्तों के प्रसाद का भोग लगाया। उसके बाद सबने उनके दर्शन किए। गिरिराज की इस तरह से पूजा होते देख इंद्र को क्रोध आया और लोगों को बहुत प्रकार के कष्ट देने की कोशिश की, लेकिन इंद्र की कोशिश भगवान के आगे नाकाम रही। उसके बाद भागवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उंगली पर धारण कर लिया।
इससे प्रेरणा मिलती है कि हमें भगवान पर पूरा विश्वास करना चाहिए। इस मौके पर मुख्य यजमान के रूप में गौरव गर्ग, अश्वनी गर्ग, मोहन लाल गर्ग, अशोक गर्ग, राजेश गर्ग व मुख्यातिथि के तौर पर नप पूर्व प्रधान कैलाश सिंगला, डा. देवेंद्र बिंदलिश, नीतिन मित्तल, विद्या रानी दनौदा, विनोद मंगला ने शिरकत की।
समिति सदस्यों में तरसेम मोर, ताशी मोर, काला मोर, नन्हा मोर व राजिंद्र मोर मौजूद रहे।