चंडीगढ़, 22 अगस्त (ट्रिन्यू)
जननायक जनता पार्टी (जजपा) के दो विधायकों ने विधायक पद छोड़ दिया है। बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग व नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने बृहस्पतिवार को विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को अपने इस्तीफे भेज दिए। स्पीकर को त्याग-पत्र देने से पहले दोनों विधायकों ने जजपा की प्राथमिक सदस्यता छोड़ी। जजपा के दस विधायकों में से सात ‘पार्टी लाइन’ से बाहर हो चुके हैं। वर्तमान में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, बाढ़डा विधायक नैना सिंह चौटाला और जुलाना विधायक अमरजीत सिंह ढांडा ही ऐसे हैं, जो पार्टी के साथ हैं। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले जोगीराम सिहाग व रामनिवास सुरजाखेड़ा अब कभी भी भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर सकते हैं। दोनों ही नेता लम्बे समय से भाजपा के संपर्क में बने हुए हैं। लोकसभा चुनावों के दौरान भी दोनों भाजपा के साथ मंच शेयर कर चुके हैं और भाजपा प्रत्याशियों के लिए प्रचार भी किया था। टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र सिंह बबली, उकलाना विधायक अनूप धानक, गुहला विधायक ईश्वर सिंह और शाहाबाद विधायक रामकरण काला पार्टी के सभी पदों को छोड़ चुके हैं।
इन चार विधायकों में से रामकरण काला विगत दिवस पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस ज्वाइन कर चुके हैं। देवेंद्र बबली और ईश्वर सिंह का भी कांग्रेस में जाना तय है। वहीं अनूप धानक भाजपा के संपर्क में बने हुए हैं। नारनौंद विधायक रामकुमार गौतम अभी भी जजपा में बने हुए हैं। हालांकि वे लम्बे समय से दुष्यंत चौटाला के खिलाफ चल रहे हैं लेकिन अभी तक उन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। अगले कुछ दिनों में वे धमाका कर सकते हैं। दल-बदल कानून के तहत दूसरे दलों में शामिल होने से पहले विधायकों को अपनी सदस्यता छोड़नी होगी। ऐसे में जजपा के उन विधायकों के भी इस्तीफे आने वाले दिनों में हो सकते हैं, जिनकी बातचीत कांग्रेस व भाजपा में चल रही है। अहम बता यह है कि जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा के खिलाफ जजपा की ओर से दल-बदल कानून के उल्लंघन के आरोप में स्पीकर को शिकायत भी की हुई है।