पिपली (कुरुक्षेत्र),10 अप्रैल (निस)
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक द्वारा संचालित प्रदेश के गुरुद्वारा और स्कूल कॉलेज में आर्थिक संकट आ गया है। आर्थिक संकट का कारण यह बताया जा रहा है कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक के खाते फ्रीज हो गये, जिसके विरोध में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक के प्रदेश स्तरीय कार्यालय के मुलाजिम काम छोड़कर हड़ताल पर चले गये हैं। खाते फ्रीज होने के बाद अभी तक किसी
भी कर्मचारी को सैलरी नहीं मिली। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सड़क पर उतरकर प्रदेश सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश स्तरीय कार्यालय में 61 मुलाजिम और 42 धर्म प्रचार की मुलाजिम नौकरी करते हैं, जबकि पूरे हरियाणा में 700 से अधिक कर्मचारी नौकरी करते हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से 22 से 25 लाख रुपये सैलरी खाता फ्रीज होने से इनको नहीं मिली। बता दें कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा प्रदेश में दो कॉलेज और दो स्कूल भी चलाए जा रहे हैं। खाते फ्रीज होने की वजह से इन पर भी
संकट आ गया है। एचएसजीएमसी के बैंक खाते सीज कर दिए गए क्योंकि सरकार को इन खातों में लेनदेन की खामियां होने की आशंका है। इसको लेकर एचएसजीएमएसी के प्रवक्ता कवलजीत सिंह अजराना ने प्रेस वार्ता कर रमणीक मान और विनर सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। पंथक अकाली दल के प्रधान जगदीश झिंडा ने भी पत्रकारों से कहा कि वे तो पहले ही कहते थे कि हरियाणा कमेटी सरकारी कमेटी है।