छछरौली, 25 जनवरी (निस)
नारी शिक्षा के लिए समर्पित प्रोफेसर ओमप्रकाश गांधी को पदम श्री पुरस्कार के लिए चुना गया है। ओमप्रकाश गांधी का जन्म यमुनानगर के रादौर खंड के गांव माधोबास में 1 फरवरी, 1942 को पिता रंजीत सिंह व माता कमला देवी के घर में हुआ। ओमप्रकाश पोसवाल उर्फ गांधी ने दसवीं की परीक्षा मुकंद लाल सेकेंडरी स्कूल रादौर से उत्तीर्ण की। किसान परिवार में जन्मे गांधी की नियुक्ति सहारनपुर के रामपुर मनिहारान कृषि कॉलेज में लेक्चरर के पद पर हुई। ब्रह्मचारी का जीवन जीने वाले गांधी ने 20 सालों की सर्विस के बाद स्वेच्छा से त्यागपत्र देकर समाज सेवा का संकल्प लिया। तत्पश्चात 1985 में ग्राम देवधर की 12 एकड़ भूमि पर गुर्जर कन्या गुरुकुल की स्थापना की। गांधी ने 1984 में कन्या विद्या प्रचारिणी सभा खदरी का गठन किया। तत्पश्चात 1985 में ग्राम देवधर की 12 एकड़ भूमि पर गुर्जर कन्या गुरुकुल की स्थापना की। गांधी ने गांव-गांव घूमकर संस्था के लिए करोड़ों रुपए की राशि एकत्रित कर गुरुकुल संस्थान की स्थापना की। गत 14 जनवरी को जगाधरी में सम्राट मिहिरभोज गुरुकुल विद्यापीठ का शिलान्यास मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने किया। इस विद्यापीठ के संस्थापक भी प्रो. गांधी हैं। इस आधुनिक गुरुकुल पर 25 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है।