सोनीपत, 22 अक्तूबर (हप्र)
फसल अवशेष या पराली में आग लगाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बावजूद आग लगाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। वहीं, जिले में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को जिले में एक्यूआई 331 दर्ज किया गया। दो दिन पहले यह 249 था। उधर, कृषि विभाग की मोबाइल टीम को मंगलवार को मुरथल बाईपास के नजदीक खेतों में फसल अवशेष जलते मिले। कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया जिसके बारे में अधिकारियों को अवगत कराया गया है। बता दें कि जिले में धान कटाई का कार्य जोरों पर चल रहा है। किसान खेतों को खाली करने के लिए फसल अवशेष में आग लगा देते हैं जिससे वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। कृषि विभाग फसल अवशेषों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए सेटेलाइट से लगातार कृषि क्षेत्र पर नजर बनाए हुए है। वहीं विभाग ने टीमों का गठन भी किया है।
यह टीम सैटेलाइट से प्राप्त लोकेशन पर जाकर भौतिक सत्यापन कर रही हैं। वहीं मोबाइल टीमें भी विभिन्न क्षेत्रों में जाकर किसानों को आग न लगाने के प्रति जागरूक कर रही हैं।
बहादुरगढ़ में वायु प्रदूषण बढ़ा
बहादुरगढ़ (निस) : औद्योगिक नगर बहादुरगढ़ में वायु प्रदूषण का ग्राफ घटता-बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ रोज में हुई आतिशबाजी का असर भी वायु प्रदूषण के स्तर पर पड़ रहा है। सर्दी की आहट के साथ ही मौसम में आये बदलाव के चलते भी ए.क्यू.आई. में कुछ इजाफा हुआ है। सुबह के समय धुंध छाने लगी है। बहादुरगढ़ में मंगलवार को शाम 4 बजे ए.क्यू.आई. 281 रहा। एनसीआर एरिया में कई जगहों पर कचरे व अन्य वेस्ट में भी आग लगाने के चलते वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। साथ ही निर्माणाधीन साइटों के बाहर निर्माण सामग्री खुले में पड़ी है। उन्हें ढकने के कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। सड़कों पर पानी छिड़काव को लेकर कोई विशेष ध्यान नहीं है और न ही सड़कों की सफाई पर। एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से ग्रैप-2 लागू हो गया है।
”किसानों को फसल अवशेष या पराली में आग न लगाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। गठित की गई मोबाइल टीमें खेतों पर नजर बनाए हुए है। मंगलवार को मुरथल बाईपास के नजदीक फसल अवशेषों में आग मिली है। जिस पर टीम ने काबू पाया है।” -डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत