गुरुग्राम, 14 दिसंबर (हप्र)
खेल व खिलाड़ियों के प्रति प्रशिक्षक अपनी जिम्मेदारी कितने अच्छे तरीके से निभाते हैं, इसका उदाहरण खेल एवं युवा कल्याण मामलों के मंत्री संदीप सिंह ने भी देख लिया। सुबह के समय खेल मंत्री अचानक स्टेडियम पहुंचे गए, स्टेडियम में उन्हें खिलाड़ी तो मिले लेकिन कोच नहीं। उन्होंने ड्यूटी से नदारद रहने वाले 8 कोच के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दे दिए।
खेल मंत्री सरदार संदीप सिंह खिलाड़ी की वेशभूषा में ट्रैक सूट पहनकर नेहरू स्टेडियम जा पहुंचे। उन्होंने पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाया तथा इस दौरान खिलाड़ियों से भी बातचीत करते रहे। उन्होंने स्टेडियम के हालात और यहां प्रशिक्षकों द्वारा दी जा रही कोचिंग भी देखी। इस बीच बातों ही बातों में खेल मंत्री ने खिलाड़ियों से कोच के बर्ताव, उनकी कार्यशैली आदि के बारे में भी जानकारी ली। इस बीच जब विभागीय अधिकारियों व प्रशिक्षकों को मंत्री के स्टेडियम में मौजूद होने की जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारी उनकी आवभगत में जुट गए। लेकिन तब तक मंत्री सारे हालातों को देख चुके थे। स्टेडियम में 8 कोच नदारद मिले। डीएसओ से पूछताछ करने पर वह उन कोच के बारे में कोई जवाब नहीं दे पाए। प्रशिक्षकों के इस रवैये से मंत्री क्षुब्ध दिखे। उन्होंने कहा कि ग्राउंड से नदारद रहने वाले प्रशिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने हॉकी ग्राउंड पर लगे एस्ट्रोटर्फ का भी निरीक्षण किया। यह एस्ट्रोटर्फ खस्ता हालत में पाया गया। ग्राउंड पर मौजूद प्रशिक्षकों ने उन्हें बताया कि यह एस्ट्रोटर्फ 2004 में लगाया गया था। इस पर खेल मंत्री ने कहा कि जल्द ही खेल विभाग इसका नवीनीकरण करके खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधाएं मुहैया कराएगा। खेल मंत्री ने कहा कि नेहरू स्टेडियम से उनका पुराना नाता रहा है क्योंकि अपने खेल कैरियर के दौरान वह खुद यहां प्रैक्टिस करने आते थे।