फरीदाबाद, 8 अप्रैल (हप्र)
जन्मजात से कोक्टेश्र नामक बीमारी से पीडि़त से 15 साल के युवक का एसएसबी अस्पताल ने सफल इलाज किया है। दिल्ली का रहने वाला 15 साल का किशोर, जिसे तेज सिरदर्द और बहुत ज्यादा ब्लड प्रेशर की शिकायत थी, उसे फरीदाबाद के एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में लाया गया। उस दौरान उसका ब्लड प्रेशर 200-120 के आसपास था। जांच करने पर पता चला कि उसके हाथों की धमनियां तो ठीक चल रहीं थीं, मगर पैरों तक खून ठीक से नहीं पहुंच रहा था। डॉक्टरों ने और जांच की तो पता चला कि उसकी महाधमनी (वो नस जिससे खून पूरे शरीर में जाता है) में एक जन्मजात दिक्कत है, जिसे कोक्टेश्र कहते हैं। इस दिक्कत की वजह से दिमाग में खून का रिसाव, दिल कमजोर पड़ने, पैरों में बहुत ज्यादा थकावट रहने और खून की कमी के चलते चलने में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। चूंकि पैरों तक खून ठीक से नहीं पहुंच रहा था, तो ऑपरेशन कराने की जरूरत थी, मगर ऑपरेशन में भी काफी खतरा होता है। इसलिए अस्पताल के जाने-माने डॉक्टर और एसएसबी अस्पताल के निदेशक डॉ. एस.एस. बंसल ने फैसला किया कि मरीज का इलाज बिना सर्जरी के किया जाए। उन्होंने मरीज की जांघ में एक छोटा सा छेद करके कैथेटर डालकर इसका इलाज किया। कैथेटर के गुब्बारे की मदद से पहले तो डा. बंसल ने महाधमनी में ब्लॉकेज को खोला और फिर उसमें एक स्टेंट (जाली जैसी ट्यूब) डाल दिया, ताकि स्टेंट उस नली को खुला रखने में मदद कर सके। अच्छी बात यह रही कि इलाज के बाद उसका ब्लड प्रेशर तुरंत ही ठीक हो गया, जो 200-120 से घटकर 130-80 पर आ गया।