चंडीगढ़, 18 जून (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि रोहतक स्थित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीजीआईएमएस) में जल्द ही स्टेट ट्रांसप्लांट सेंटर शुरू होगा। यहां किडनी सहित अन्य अंगों के ट्रांसप्लांट को सुगम बनाया जा सकेगा। वे मंगलवार को चंडीगढ़ में पीजीआई की गुर्दा प्रत्यारोपण टीम के सम्मान में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गुर्दा प्रत्यारोपण करने वाली समस्त टीम को सम्मानित भी किया। गुर्दा प्रत्यारोपण की टीम को बधाई देते हुए सीएम ने कहा – आने वाले समय में उनकी इस सफल पद्धति का लाभ प्रदेश के जरूरतमंद लोगों को ही नहीं बल्कि देश और दुनिया को भी मिलेगा। प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। प्रदेश की जनता को सस्ता और सुगम इलाज उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पिछले 10 वर्षों में देश में 24 एम्स संचालित हो गए हैं। उसी प्रकार हरियाणा में भी स्वास्थ्य की आधारभूत सेवाओं में अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित किया है। हरियाणा में 2 एम्स हैं। इसमें से एक झज्जर के बाढ़सा में संचालित है तो दूसरे एम्स की आधारशिला रेवाड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी जा चुकी है। राज्य सरकार प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करना चाहती है ताकि अच्छे डॉक्टर तैयार किए जा सकें।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ़ कमल गुप्ता ने कहा – नागरिक उड्डयन मंत्री होने के नाते उन्होंने सभी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में भी हेलीपैड बनाने को कहा है ताकि जरूरत पड़ने पर रिसर्च आदि से संबंधित कार्यों और ट्रांसप्लांट के मामले में ऑर्गन्स और मरीज़ों को एयरलिफ्ट किया जा सके। उन्होंने पीजीआई प्रबंधन को निर्देश दिए कि अब जहां भी नये हॉस्टल बनें उन सभी में एसी का प्रावधान करें।
गुप्ता ने कहा कि हरियाणा के स्वास्थ्य क्षेत्र में पीजीआई के डॉक्टर्स द्वारा गुर्दा प्रत्यारोपण एक परिवर्तनकारी पहल साबित हुई है। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा, मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग के निदेशक डॉ़ साकेत कुमार, पीजीआईएमएस, रोहतक के निदेशक डॉ़ एसएस लोहचब, पीजीआईएमएस, रोहतक की वाइस चांसलर प्रोफेसर अनीता सक्सेना सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।