पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 28 मार्च
आंदोलनरत किसानों व पास-पड़ोस के ग्रामीणों में टकराव बढ़ता देख संयुक्त मोर्चा नेता आगे आए हैं। मोर्चा नेताओं ने आंदोलनकारी किसानों को नसीहत दी है कि वह ग्रामीणों से तालमेल बेहतर रखें। इनका भी उतना ही इस आंदोलन में योगदान है, जितना की धरने पर बैठे किसानों का है। यही नहीं, दोनों ओर से समन्वय के लिए टीम गठित कर दी है, जो भाईचारा कायम करेगी।
दरअसल, दिल्ली की सीमाओं को सील किए बैठे किसानों व स्थानीय निवासियों के बीच शुरू हुई तनातनी अब टकराव में बदलने की आशंका है। लगातार दोनों पक्षों में चल रही इस खींचतान ने संयुक्त किसान मोर्चा की चिंता बढ़ा दी है। यही कारण है कि अब मोर्चा के नेताओं ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए न केवल किसानों को नसीहत दी है, बल्कि स्थानीय निवासियों से माफी भी मांगी है। किसान नेताओं ने साफ किया है कि स्थानीय निवासियों के सहयोग के बिना आंदोलन को कामयाब नहीं बनाया जा सकता। किसान नेताओं ने रास्ते बंद होने के कारण लोगों का कामधंधा ठप होने पर खेद जताया है। हालांकि मोर्चा ने कहा कि वे तो आंदोलन के बीचोंबीच से रास्ता कब का दे चुके हैं, अब दिल्ली की सरकार ने लोगों के रास्ते में अवरोध लगा रखे हैं।
समन्वय कमेटी गठित
किसान मोर्चा ने स्थानीय निवासियों के सहयोग की सराहना करते हुए उनसे माफी भी मांगी है। इसके बाद इस खींचतान के कुछ हद तक कम होने की उम्मीद की जा रही है। संयुक्त किसान मोर्चा ने स्थिति पर नजर रखने और दोनों पक्षों के संपर्क में रहने के लिए पंजाब व हरियाणा के 3-3 किसान नेताओं की कमेटी बनाई है। यही नहीं, मोर्चा ने स्थानीय निवासियों की भी तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करके सदस्यों के मोबाइल नम्बर जारी किए हैं। पंजाब की ओर से लाठी गुमाण, गुरमीत मेहमां, परमजीत सिंह को शामिल किया गया है। हरियाणा की ओर से तेजबीर सिंह, राकेश बैंस व सुरेश कोथ को शामिल किया गया है। इसके अलावा स्थानीय निवासियों की कमेटी में रमेश, उमेश गुलिया, धीरज और दीप खत्री को कमान दी गई है।
पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
हाईवे बंद होने और किसानों के मोर्चे के बीच से रास्ते पर लगने वाले जाम को लेकर पुलिस ने फिर ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत बिना जरूरी हुए एनएच-44 का प्रयोग ना करने की सलाह दी गई है। एसपी सोनीपत जश्नदीप सिंह रंधावा ने कहा कि एनएच-44 पर जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब व चंडीगढ़ से आने वाले भारी वाहन दिल्ली व गुरूग्राम जाने के लिए सोनीपत की अपेक्षा पानीपत से राष्ट्रीय राजमार्ग-71ए के जरिए गोहाना, रोहतक, सांपला से होते हुए आसौदा से केएमपी पर प्रवेश करें, तो बेहतर होगा।