यमुनानगर, 4 अक्तूबर (हप्र)
पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के शंभु-कलानौर खंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण किया गया। कलानौर रेलवे स्टेशन उत्तर-प्रदेश, हरियाणा की सीमा पर स्थित है। इस सफल परीक्षण के साथ ही पंजाब में शेनवॉल से उत्तर-प्रदेश में पिलखनी तक मुख्य लाइन पर ट्रेक बिछाने और विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है। बुधवार को पिलखनी से शम्भू तक गुड्स ट्रेन का ट्रायल किया गया।
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) के वरिष्ठ रेलवे अधिकारी पंकज गुप्ता ने कहा कि हमने शम्भू-कलानौर खंड पर इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। सिग्नलिंग का कार्य अपने उन्नत स्तर पर है। संपूर्ण अनुभाग अक्तूबर के अंत तक परिचालन के लिए तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पंजाब में साहनेवाल से पिलखानी तक 175 किलोमीटर का खंड डीएफसीसीआईएल की अम्बाला इकाई के अधीन है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को तीन भागों में बांटा गया था। पंजाब में साहनेवाल से शम्भू तक, हरियाणा में शम्भू से कलानौर तक और फिर उत्तर-प्रदेश में कलानौर से पिलखनी तक। इस दौरान कुल 14 नए स्टेशन बनाए गए हैं। हरियाणा में इस प्रोजेक्ट पर मानसून का असर पड़ा है, लेकिन टीमों ने काम पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है।