जींद (जुलाना), 7 जनवरी (हप्र)
कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी के बावजूद विभाग की प्लानिंग शाखा द्वारा की गई विभिन्न कैटेगरी के करीब 1700 पदों में कटौती को वापस लेने की मांग को लेकर स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ लगातार तीन वर्ष से आंदोलन कर रहा है। अब चुनावी वर्ष 2024 में संघ की यह मांग पूरी होने के आसार हैं, क्योंकि 8 जनवरी को स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ के प्रतिनिधिमंडल व सरकार के बीच वार्ता होगी।
इस आशय का निमंत्रण पत्र महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा की तरफ से स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ काे प्राप्त हुआ है। इसकी पुष्टि रविवार को जींद में संघ के प्रदेशाध्यक्ष राममेहर वर्मा ने की है। साथ ही सरकार के साथ होने वाली इस वार्ता में उठाये जाने वाले अन्य मुद्दों को लेकर भी संघ के प्रदेशाध्यक्ष राममेहर वर्मा, महासचिव सतपाल खासा, उप प्रधान सुभराम पानू, सुमित्रा देवी, वीरपाल नरवाल व सतीश कुमार आदि पदाधिकारियों ने विशेष रणनीति भी बनाई है।
उन्होंने बताया कि पंचकूला स्थित स्वास्थ्य भवन में होने वाली वार्ता में 1700 पदों की कटौती को वापस लेने सहित उन तमाम मांगों व समस्याओं को महानिदेशक के सामने रखा जाएगा, जिसको लेकर सुपरवाइजर संघ पिछले तीन साल से आंदोलनरत हैं।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि एमपीएचडब्लू का वर्ष 2019 में पे ग्रेड 4200 करने के बावजूद आज तक पदोन्नत पदों के वेतनमान संशोधित न करने से मूल काडर व पदोन्नत होने के उपरान्त सीनियर कर्मचारी एक ही वेतनमान में कार्य करने पर मजबूर हैं।
1500 ग्राम पंचायतों ने किये प्रस्ताव पारित
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि बार-बार समझौते करने के बावजूद अधिकारियों द्वारा पदों में कटौती के कारण स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ ने पिछले एक साल की प्रथम जनवरी 2023 से जन आंदोलन के तहत गांव-गांव जाकर पदों समाप्त करने के कारण जनता पर पड़ने वाले कुप्रभाव की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही ग्राम पंचायतों से समर्थन प्रस्ताव पारित करवाकर प्रतिदिन सरकार को भेजने का अभियान चलाया हुआ है। अब तक राज्य की 1500 से ज्यादा पचायतों द्वारा स्वास्थ्य विभाग के समाप्त पदों को बहाल रखने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। स्वास्थ्य कर्मचारी नेताओं ने बताया कि यदि सोमवार होने वाली वार्ता में सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा नहीं मिला तो 15 जनवरी को राज्य के सभी सिविल सर्जन के माध्यम से सरकार को ज्ञापन देंगे और उसके उपरांत 30 जनवरी को सभी विधायकों व सांसदों को ज्ञापन देंगे तथा 22 फरवरी 2024 महानिदेशक स्वास्थ्य सेवायेें हरियाणा के पंचकूला कार्यालय के सम्मुख अनशन करेेंगे।