चंडीगढ़, 29 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा के ऊर्जा, नव एवं नवीनीकरणीय ऊर्जा मंत्री चौ़ रणजीत सिंह ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में हरियाणा में काफी सुधार हुआ है। प्रदेश में अब लाइन लॉस घटकर 10.3 प्रतिशत तक आ गया है। मार्च तक इसे सिंगल डिजिट में लाने का लक्ष्य है। वे बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में आयोजित छठे इलेट्स राष्ट्रीय ऊर्जा समिट में राज्य स्तरीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि थर्मल पावर की बजाय ग्रीन ऊर्जा स्वच्छ ऊर्जा की ओर भी देश तेजी से बढ़ रहा है। आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य तथा समग्र विकास के लिए प्राकृतिक संस्थानों का विवेकपूर्वक व बुद्धिमत्ता से प्रयोग करना होगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने नव एवं नवीनीकरण ऊर्जा पर जोर दिया है। हाल ही में सर्वोंदय नाम से रूफटॉप योजना शुरू की है। इससे लोग अपनी घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ साथ अतिरिक्त ऊर्जा को ग्रीड में आपूर्ति कर सकेंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि देश की 60 प्रतिशत जेसीबी, 53 प्रतिशत क्रेन, 60 प्रतिशत कार तथा 60 प्रतिशत से अधिक दुपहिया वाहनों का उत्पादन हरियाणा के रेवाड़ी, गुरुग्राम और मानेसर क्षेत्र में होता है। यह बिजली की उपलब्धता के बिना संभव नहीं है। आईएमटी, खरखौदा में मारुति सुजुकी अपना तीसरा प्लांट स्थापित कर रही है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ते उद्योगों व बहुमंजिली आवासीय इमारतों को भी बिजली की आवश्यकता की पूर्ति कर रहे हैं, इससे बिजली की मांग बढ़ी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा यमुनानगर में 800 मेगावाट क्षमता का नया थर्मल पावर प्लांट लगाया जा रहा है। समारोह में उद्योगों की श्रेणी में एक मेगावाट कनेक्टिड लोड श्रेणी में प्रथम पुरस्कार मैसर्ज जिंदल स्टेनलैस स्टील लिमिटेड, हिसार तथा एमएसएमई श्रेणी में मैसर्ज विक्टोरिया लिफिट्स लिमिटेड फरीदाबाद को दिया गया।