सज्जन सैनी/निस
नारनौंद, 7 अप्रैल
पिछले काफी दिनों से फसल के मुआवजे को लेकर खेड़ी चोपटा तहसील पर किसान ताला लगाकर धरना दे रहे हैं। बृहस्पतिवार को किसानों की एक कमेटी उपायुक्त से मिली लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका। किसानों ने प्रशासन से साफ कह दिया कि जब तक किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक तहसील का ताला नहीं खोला जाएगा और धरना जारी रहेगा। बाहरा खाप के प्रधान मास्टर राजकुमार ने बताया कि पिछले 21 दिन से खेड़ी चोपटा तहसील के 17 गांवों के किसान फसल के मुआवजे को लेकर तहसील पर ताला लगाकर धरना दे रहे हैं। बृहस्पतिवार को प्रशासन की तरफ से बातचीत का न्योता मिला था कि उपायुक्त से मिलकर समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। इसको लेकर किसान कमेटी के मेंबर जिनमें किसान नेता सुरेश कोथ, मास्टर चंद्रप्रकाश, भाग सिंह खेड़ी, रघुवीर कापड़ो, संजय नाडा, पूर्व सरपंच सुजान सिंह, काला गामड़ा, सुंदर सिंह, संदीप, सतपाल कोथ इत्यादि जिला उपायुक्त प्रशासन के अन्य अधिकारियों से मिलने के लिए हिसार पहुंचे। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि किसानों की पूरी रिपोर्ट तैयार करके सरकार के पास भेज दी गई है।
‘सरकार किसानों को जल्द दे मुआवजा’
धरने पर समर्थन देने के लिए समाजसेवी सुशील उगालन भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। वह जल्दी से जल्दी इनको मुआवजा देने की घोषणा करें ताकि इस गर्मी के मौसम में वह अपने घर वापस जा सके। किसान नेता सुरेश कोथ कहा कि प्रशासन के साथ बातचीत हुई थी लेकिन जो मांग है वह सिरे नहीं चढ़ पाई। जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक किसान आंदोलन जारी रखेंगे और जल्द ही आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर और तेज किया जाएगा।