कुरुक्षेत्र, 11 अगस्त (हप्र)
जन्माष्टमी के चलते ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में मंदिरों को खूब सजाया गया है। मंदिरों में गुब्बारे, लड़ियां, फूलों के हार तथा रंगीन कागजों से सजावट की गई है। जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला के अनुसार मंदिरों में इस बार झांकियां नहीं सजाई गईं। कोरोना के चलते मंदिरों में इस बार भजनों तथा संगीतमयी झांकियों का आयोजन नहीं किया गया। श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन भी दूर से ही लोग कर सकेंगे। गीता ज्ञान संस्थानम में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई। तरावड़ी (निस) : भक्तों ने कोविड नियमों का पालन करके पर्व मनाया और भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा की। श्री हनुमान मंदिर, महाकाली महाकालेश्वर सिद्धपीठ मंदिर, दयाराम मंदिर में धार्मिक आयोजन हुए।
पानीपत (एस) : रब दे बंदे संगठन ने जन्माष्टमी पर मंगलवार को जीटी रोड स्थित रेडक्रास भवन कार्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिसमें संगठन के 131 सदस्यों ने रक्तदान किया।
यमुनानगर (हप्र) : मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या पिछले वर्षों के मुकाबले बहुत कम नजर आई। उधर, बक्शी आश्चर्य लाल मार्ग पर स्थित श्री महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं ने विधिवत रूप से हवन यज्ञ एवं पूजा अर्चना की। केंद्रीय सनातन धर्म सभा के प्रधान शिवप्रताप बजाज ने श्रद्धालुओं को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी।
जगाधरी (निस) : क्षेत्र के प्राचीन श्री राधाकृष्ण मंदिर, प्राचीन श्री खेड़ा मंदिर, प्राचीन श्री सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर, श्री पातालेश्वर महादेव मंदिर बूडिया को जन्माष्टमी के चलते भव्य ढंग से सजाया गया था।