गोहाना, 28 जनवरी (निस)
अनिश्चितकालीन धरने और क्रमिक अनशन के 15वें दिन बृहस्पतिवार को अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों का आंदोलन तब और मजबूत हो गया, जब सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा समर्थन करने के लिए मौके पर पहुंचे। उन्होंने यह भी घोषणा की। जल्दी ही सब विश्वविद्यालयों और जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किए जाएंगे जिनमें कुलाधिपति के तौर पर राज्यपाल और सीएम को अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों की मांग पूरी करने के लिए ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
मुद्दा गांव खानपुर कलां में स्थित बीपीएस महिला विश्वविद्यालय के 146 अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों का है। ये शिक्षक 17 महीने पहले अपने लिए मंजूर हो चुके 57,700 रुपए मासिक के वेतन को पाने के लिए दिन-रात धरने और क्रमिक अनशन पर डटे हुए हैं। उनका तम्बू महिला विश्वविद्यालय के मुख्य प्रवेशद्वार के सामने गड़ा हुआ है। एक दिन के 4 बजे से अगले दिन के 4 बजे तक बारी-बारी से क्रमिक अनशन भी हो रहा है। इस क्रमिक अनशन पर सायंकाल अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसर मोनिका और वन्दना बैठे।
अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों का समर्थन करने के लिए सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा अपनी टीम के साथ धरनास्थल पर पहुंचे। उनके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष शीलक राम मलिक और प्रदेश सह-सचिव रमेश अत्री के साथ गोहाना इकाई के सचिव सुरेश यादव और कोषाध्यक्ष राम निवास आर्य भी थे। लांबा ने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ आंदोलनकारी कर्मियों के साथ है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि 57,700 रुपए के एकमुश्त वेतन का जो नोटीफिकेशन खुद महिला विश्वविद्यालय ने सितंबर, 2019 में जारी किया, उसे प्रभावी करने में देरी की जा रही है।
महिला विवि प्रशासन को दी चेतावनी
सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने महिला विश्वविद्यालय के प्रशासन को चेताया कि वह अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों को लावारिस या अकेला न समझे। जरूरत पड़ने पर हरियाणा का हर छोटा-बड़ा कर्मचारी इन शिक्षकों के साथ खड़ा नजर आएगा। उन्होंने कहा कि महिला विश्वविद्यालय के अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों के समर्थन में पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किए जाएंगे।