गोहाना, 3 मार्च (निस)
गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस महिला विश्वविद्यालय के टीचिंग असिस्टैंट अनुबंधित शिक्षक संघ ने बुधवार को कुरुक्षेत्र स्थित केयू के वीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने रोष व्यक्त किया कि केयू के अस्थायी शिक्षकों को वीसी द्वारा न केवल नव स्वीकृत 57,700 रुपए के नए एकमुश्त वेतन के लिए तरसाया जा रहा है अपितु उन्हें पदमुक्त करने की धमकी तक दी जा रही है।
प्रदर्शन का नेतृत्त्व टीचिंग असिस्टैंट अनुबंधित शिक्षक संघ के अध्यक्ष विजय कुमार ने किया तथा संचालन प्रवक्ता दिनेश कुमार ने किया। अध्यक्ष डा. विजय कुमार ने आरोप लगाया कि केयू के वीसी अपने ही कार्यालय द्वारा जारी आदेश को पूरा करने के लिए तैयार नहीं हैं। डा. विजय कुमार ने कहा कि 22 सितम्बर 2020 को केयू प्रशासन ने आदेश जारी किया था जिसके मुताबिक अस्थायी शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों का पालन करते हुए 57,700 रुपए मासिक का एकमुश्त वेतन दिया जाएगा।
पदमुक्त करने की दी जा रही है धमकी
टीचिंग असिस्टैंट अनुबंधित शिक्षक संघ के अध्यक्ष ने बताया कि अब इसी स्वीकृति को प्रभावी करवाने के लिए केयू के अस्थायी शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलनकारियों को वीसी द्वारा पदमुक्त करने तक की धमकी दी जा रही है। प्रदर्शन में डा. इंदु ठाकुर, धीरज कुमार, डा. सुमेर सिंह, पूजा, जितेन्द्र, सोनू, ममता, विनति, पिंकी, मीनू, मनीषा, पूनम आदि उपस्थित रहे।
प्राइमरी टीचरों ने विधायक को सौंपा ज्ञापन
फरीदाबाद (हप्र) : हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन जिला फरीदाबाद का जिला प्रतिनिधिमंडल संघ के जिला प्रधान चतर सिंह के नेतृत्व में फरीदाबाद के विधायक नरेन्द्र गुप्ता से फरीदाबाद जिले के शिक्षकों की ब्लाक ईयर 2016-19 की बकाया एलटीसी दिलवाने के लिए मिले और ज्ञापन सौंपा। हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन जिला फरीदाबाद के प्रधान चतर सिंह ने बताया कि फरीदाबाद जिले के शिक्षकों की ब्लाक ईयर 2016-19 की एलटीसी 2019 में स्वीकृत हो गई थी, परन्तु शिक्षा विभाग से बजट आवंटन न होने से कई सौ शिक्षक एलटीसी से वंचित रह गए, जबकि प्रदेश व फरीदाबाद जिले के अधिकांश शिक्षकों को एलटीसी का लाभ मिल गया। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण सरकार ने इस पर रोक लगा दी। अब एलटीसी से वंचित आधे शिक्षकों के डीडीओ को बजट तो अलाट कर दिया, परन्तु वित्त विभाग द्वारा ट्रेजरी में बिल नहीं स्वीकार हो रहे हैं।