जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 24 फरवरी
प्रदेश के पहले अम्बाला शहर के नागरिक अस्पताल में चल रहे अन्नापूर्ण प्रोजेक्ट में कार्य कर रहे कर्मचारियों के सिर पर रोजगार छिन जाने की तलवार लटक गई है। इसके माध्यम से अस्पताल में दाखिल मरीजों को समय पर संतुलित आहार उपलब्ध करवाया जाता है। वर्ष 2010 में स्वतंत्रता दिवस वाले दिन तत्कालीन उपायुक्त समीर पाल सरो ने इस भागीरथ प्रोजेक्ट की शुरूआत करवाई थी। दरअसल सरकार ने अब इस प्रोजेक्ट को ठेके पर देने का निर्णय ले लिया है। इसके लिए बाकायदा टेंडर भी लगाए जा चुके हैं। वर्तमान में अन्नपूर्णा प्रोजेक्ट में 9 कर्मचारी कार्यरत है। सभी कर्मचारी वर्ष 2010 से अब तक मरीजों को तीनों समय सामान्य अस्पताल अम्बाला शहर, टीबी अस्पताल अम्बाला व नशा मुक्ति केंद्र परिसर नागरिक अस्पताल में भर्ती प्रति दिन लगभग 160 मरीजों को सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन व रात्रि का भोजन निश्शुल्क प्रदान करवा रहे हैं। इस सुविधा से सभी मरीजों को खाने पीने की समस्या से छुटकारा मिल गया है। दवाई लेने से पहले समयानुसार भोजन मिलने से मरीज जल्दी ठीक हो रहे हैं। वर्तमान में यह प्रोजेक्ट करीब 58 हजार मरीजों को प्रति वर्ष उक्त सुविधा उपलब्ध करवा रहा है। पूरे हरियाणा में अपनी छवि बनाए हुए है। 2022 को तत्कालीन उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी के आदेशों से जिला रेडक्रास सोसाइटी अम्बाला द्वारा अन्नपूर्णा प्रोजेक्ट को स्टाफ, पूर्ण सामान, सभी रिकार्ड सहित कार्यालय सिविल सर्जन अम्बाला को सौंप दिया गया है।