पलवल, 12 मई (हप्र)
पलवल जिले के मंढऩाका गांव में एक शादी समारोह जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस शादी समारोह में दहेज के लालची दूल्हे को जहां बिना दुल्हन के ही बैरंग लौटना पड़ा वहीं बारात को बंधक तक बना लिया गया। फेरे से पहले कार मांगने पर दूल्हे की पिटाई भी हुई और शादी का खर्च वसूलने के बाद ही बारात को छोड़ा गया। जिले के गांव मढनाका निवासी एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की सगाई पलवल जिले के ही गांव घोड़ी में तय हुई थी। कोरोना के चलते बारात में करीब 25 लोग शामिल थे। बारात के गांव में पहुंचते ही पहली रश्म बरी-पुरी लेने के बाद फेरे देने की रस्म से पहले ही लड़के वाले कार की डिमांड करने लगे।
दहेज की बात दुल्हन तक भी जा पहुंची तो उसने लालची दूल्हे के साथ फेरे लेने से इनकार कर दिया। सरेआम दहेज की मांग को लेकर लडकी वालों को गुस्सा आ गया और उन्होंने गांव वालों के साथ मिलकर दूल्हे की जमकर धुनाई कर दी और दूल्हे के पिता की भी बेईज्जती की गई तथा बारात को बंधक बना लिया गया। गांव वालों ने साफ कह दिया कि अब शादी नहीं होगी और जो राशि खर्च हुई है वह देनी होगी। मामले को लेकर इलाके के कई पंचों को बुलाया गया उसके बाद शादी में लडकी वालों के करीब 7 लाख रुपये का खर्चा हुआ है और यह राशि देने के बाद ही बारात वापस जाएगी। दूल्हे और बारातियों ने जैसे-तैसे कर निर्धारित राशि अदा कर अपनी गलती के लिए माफी मांगी। गांव वालों ने शादी का खर्चा लेने और माफी मांगने के बाद ही बारात को वापस जाने दिया।