चंडीगढ़, 23 जुलाई (ट्रिन्यू)
केंद्रीय बजट को पूरी तरह निराशाजनक बताते हुए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार केंद्रीय बजट में हरियाणा का नाम लेना भी भूल गई। लेकिन दो महीने बाद विधानसभा चुनाव में हरियाणा की जनता भाजपा को वोट देना भी भूल जाएगी। उन्होंने कहा कि बजट में देश की ज्वलंत समस्याओं, बढ़ती महंगाई, रिकार्ड स्तर पर बेरोजगारी से निपटने का कोई जिक्र नहीं है। न ही इसके लिए कोई आवंटन या कोई कदम उठाया गया। देश के किसान व गरीब जैसे बड़े वर्गों को राहत की उम्मीद थी, उन्हें कोई राहत नहीं दी गई।
दीपेंद्र ने कहा कि बजट में हरियाणा फिर से खाली हाथ रहा। इसमें हरियाणा के लिए कोई नयी परियोजना देना तो दूर, 10 साल पहले हमारे द्वारा मंजूरशुदा परियोजनाओं के लिए भी कोई बजट आवंटन नहीं दिया गया। मेट्रो विस्तार, आरआरटीएस परियोजनाएं – दिल्ली-सोनीपत-पानीपत, दिल्ली-गुरुग्राम-अलवर, दिल्ली-रोहतक-हिसार, रेल कोच फैक्टरी, बाढ़सा एम्स-।। परिसर के मंजूरशुदा संस्थान, डिफेंस यूनिवर्सिटी समेत कांग्रेस के समय मंजूर कराई सारी बड़ी परियोजनाएं पिछले 10 वर्षों की तरह एक बार फिर खाली हाथ रह गईं।
उन्होंने कहा कि यह ऐसा बजट है, जिसमें हरियाणा को हर तरह से मायूसी मिली। ये बजट एक सौदेबाजी है और अल्पमत सरकार की मज़बूरियों के चलते सारा ध्यान केवल 2 प्रदेशों पर केंद्रित है।