डबवाली, 10 नवंबर (निस)
मस्ताना शाह बिलोचिस्तानी आश्रम डेरा जगमालवाली में गांव जगमालवाली के गणमान्य लोगों ने रविवार को डेरे में वसीयत व स्व. प्रमुख वकील साहब से जुड़े वीडियो व संबंधित रिकॉर्ड को जांचा-परखा। डेरे द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार इनमें से ज्यादातर लोग 1 अगस्त को घटित विवादित माहौल में गुमराह होकर शामिल हो गए थे। उक्त लोगों ने मौजूदा डेरा प्रमुख बीरेंद्र सिंह से जगमालवाली गांव के गणमान्य लोग मिलने हेतु पहुंचे। इन लोगों ने रिकॉर्ड परखने के बाद बीरेंद्र सिंह से मुलाकात की। डेरे की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक उक्त व्यक्तियों ने कहा कि लोगों ने अफवाह फैला कर उन्हें गुमराह कर दिया था। उन्होंने कहा कि पूज्य महाराज बहादुर चंद वकील साहब जी के पार्थिव शरीर को जब डेरे लाया गया, उस दौरान वे मौके पर ही मौजूद थे। पूज्य महाराज के शरीर पर कोई नलकी नहीं लगी हुई थी और यह बात भी गलत थी कि पूज्य महाराज के शरीर पर कपड़े नहीं थे। दाह संस्कार जल्दी करने की किसी ने अफवाह फैलाई थी, ऐसा कुछ भी नहीं था।
प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया कि उनके मन में कोई गिला-शिकवा नहीं है। वे पहले की भांति डेरे में आयेंगें व सेवा-सिमरन करेंगें। उन्होंने यह भी बताया की डेरे में गत 1 अगस्त को कोई गोली नहीं चली थी। महाराज बीरेंद्र सिंह ने किसी पर कोई हमला नहीं किया था। इस दौरान डेरा प्रमुख बीरेंद्र सिंह से मुलाकात करने वालों में प्रताप सिंह, अमर सिंह बिश्नोई, नायब सिंह, सुरजीत सिंह, मोहन सिंह, सुखदेव सिंह, अमरजीत सिंह, मेजर सिंह, जगतार सिंह, जगनंदन सिंह, मनप्रीत सिंह, बहादुर सिंह आदि मौजूद थे।