सोनीपत, 23 सितंबर (हप्र)
केंद्रीय खाद्य प्रंसस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि केंद्र सरकार ने मोटे अनाज (मिलेट्स) को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्न योजना की शुरूआत की, ताकि देश मोटे अनाज का सबसे बड़ा निर्यातक देश बन सके। इसी क्रम में 3 से 5 नवंबर तक दिल्ली के प्रगति मैदान में इंटरनेशनल फूड एक्सपो का आयोजन होगा जिसमें राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री भी शिरकत कर सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस शनिवार शाम खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा कुंडली स्थित राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टम) में मिलेट्स (मोटा अनाज) को पोषण और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन अवसर पर बोल रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज से 50 साल पहले हमारे बुजुर्ग बड़ी मात्रा में मोटे अनाज की खेती करते थे और मोटे अनाजों को गरीब का खाना कहा जाता था। बाद में हमारे किसानों ने मोटे अनाजों को उगाना छोड़ दिया, जिसका परिणाम ये निकला कि मनुष्य अनेक बीमारियों से ग्रस्त हो गया। आज पूरे विश्व ने माना है कि स्वस्थ रहने के लिए मोटे अनाजों का सेवन जरूरी है। मोटे अनाज के बीजों पर रिसर्च के लिए हैदाराबाद में मिलेट्स रिसर्च सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। हमारे वैज्ञानिक ऐसे बीजों की खोज कर सके जिससे किसानों को फसल का अधिक उत्पादन हो और उन्हें बचत भी ज्यादा हो सके। मोटे अनाजों की खेती करने में उर्वरकों और जल की भी कम जरूरत होती है, जिससे हमारी मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनी रहती है। इस दौरान उन्होंने निफ्टम एट ए ग्लेंसी ई-पुस्तक का भी विमोचन किया।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर राई से विधायक एवं प्रदेश भाजपा महामंत्री मोहनलाल बड़ौली, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव मिन्हाज आलम, निफ्टम संस्थान के निदेशक डॉ. हरेंद्र सिंह ओबराय, निफ्टम रजिस्ट्रार जेएस राणा सहित 11 देशों से आए प्रतिनिधि व निफ्टम के वाले छात्र व शिक्षक मौजूद रहे।