सुरेंद्र मेहता/ हप्र
यमुनानगर, 8 नवंबर
मेला कपाल मोचन में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो चुका है। मेले का विधिवत उद्घाटन हालांकि 11 नवंबर को होगा, जबकि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर देश के विभिन्न राज्यों से आए लाखों श्रद्धालु यहां के पवित्र स्रोतों में स्नान करेंगे। मेले में देश के विभिन्न राज्यों से 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है।
यमुनानगर के बिलासपुर में स्थित कपाल मोचन, ऋण मोचन सरोवर और गौ बछड़ा घाट सरोवर में स्नान करने से जहां ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्ति मिलती है, पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है। वही सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसी आस्था को लेकर देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु यहां आते हैं। इस बार मेला 11 नवंबर से लगेगा। मेला प्रशासक व बिलासपुर के एसडीएम जसपाल सिंह गिल ने बताया कि मेले के लिए सभी तैयारियां पूरी की गई है। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र डेढ़ सौ एकड़ में लगेगा और इसे 4 सेक्टर में बांटा गया है।
वहीं मेले में श्रद्धालुओं ने पहुंचना शुरू कर दिया है। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां आने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, परिवार में सुख समृद्धि होती है, इसलिए वे यहां आते हैं।
वहीं गौ बछड़ा घाट के मुख्य पुजारी सुभाष शर्मा ने बताया कि यहां भगवान शिव ने आकर स्नान किया तो उनकी हाथ में लगी ब्रह्म की कपाली से वह दोष मुक्त हुए। इसी तरह रावण का वध करने के बाद भगवान राम आए और यहां स्नान किया ।
श्री कृष्ण महाभारत युद्ध के बाद यहां आए और पांडवों को स्नान करवाया। इसी तरह गुरु गोविंद सिंह यहां आए और लंबे समय तक यहां पर वास किया।
उपायुक्त कै. मनोज कुमार ने कहा कि श्री कपाल मोचन मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए श्राइन बोर्ड द्वारा विशेष तैयारियां की गई है। मेला परिसर में सफाई का विशेष प्रबंध करने पर जोर दिया गया है। श्रद्धालुओं को मेला परिसर में भक्तिमय एवं देश भक्ति का माहौल प्रदान करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की लगातार प्रस्तुति होगी। इसके लिए परिसर में विशेष रूप से सांस्कृतिक प्रस्तुति मंच भी तैयार करवाया गया है। मेले के दौरान सूचना, जन सम्पर्क,भाषा एवं सांस्कृतिक विभाग द्वारा स्टेज पर धार्मिक, सामाजिक व देशभक्ति से प्रेरित गीत प्रस्तुत किए जाएंगे।
चप्पे-चप्पे पर रहेगी सीसीटीवी से नजर
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि मेला परिसर को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। मेले के दौरान बिजली सप्लाई दुरुस्त रखने के लिए बिजली निगम के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। चौबीस घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। रात को भी दिन जैसा माहौल दिखाई देगा। आपात स्थिति से निपटने के लिए जनरेटर की व्यवस्था भी की गई है ताकि बिजली आपूर्ति निर्बाध रहे।
श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए नजदीक के जिलों से बसों की व्यवस्था की गई है, वहीं स्थानीय बसों के भी फेरों को बढ़ाया जाएगा। पार्किंग से मेले तक आने के लिए बुजुर्गों के लिए ई-रिक्शा का प्रबंध किया गया है। मेले में सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए 2500 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
– राजीव देसवाल, पुलिस अधीक्षक