ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 20 फरवरी
केंद्र सरकार की योजना के तहत हरियाणा सरकार ने कैथल में मॉडर्न रेलवे स्टेशन बनाने का फैसला लिया है। सैद्धांतिक तौर पर केंद्र से भी इसकी अनुमति मिल चुकी है। यह प्रदेश का पहला एलिवेटेड रेलवे स्टेशन होगा। इतना ही नहीं, कैथल में कई रेलवे फाटकों को खत्म करने के लिए शहर में रोहतक की तर्ज पर एलिवेटेड रेल ट्रैक बनाने का निर्णय लिया है। इस प्रोजेक्ट को लेकर सरकार द्वारा व्यवहार्यता अध्ययन (फिजिब्लिटी स्टडी) करवाया जा रहा है।
सर्वे रिपोर्ट आने के बाद रेल मंत्रालय द्वारा इस पर फैसला लिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर, करनाल से यमुनानगर तथा फरुर्खनगर से झज्जर तक नई रेल लाइन का रास्ता भी साफ हो गया है। करनाल से यमुनानगर तक की 61 किमी और 30 किमी फरुर्खनगर-झज्जर रेल लाइन के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो रही है। डीपीआर तैयार होने के बाद रेल मंत्रालय द्वारा इन परियोजनाओं का बजट तैयार किया जाएगा। कुरुक्षेत्र शहर में 265 करोड़ 18 लाख रुपए की लागत से एलिवेटेड रेल ट्रैक पर काम चल रहा है। इसी तरह सरकार द्वारा कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के साथ पलवल के पृथला से सोनीपत तक ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर काम शुरू कर चुकी है। 5566 करोड़ रुपए की यह परियोजना प्रदेश के औद्योगिक विकास में काफी अहम होगी। प्रदेश में नये रेलवे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज पर भी सरकार तेजी से काम कर रही है।
जून तक 9 शहरों में एसी बस सुविधा
सरकार ने दावा किया है कि परिवहन बेड़े में बसों की संख्या बढ़ाकर 5300 की जा चुकी है। मानेसर सहित गुरुग्राम और फरीदाबाद में महानगर विकास प्राधिकरणों द्वारा सिटी बस सेवा शुरू की जा चुकी है। सरकार ने नौ शहरों पानीपत, पंचकूला, अम्बाला, यमुनानगर, करनाल, सोनीपत, रोहतक, हिसार और रेवाड़ी में सिटी इलेक्ट्रिक एससी बस सेवा चलाने का निर्णय लिया है। पानीपत व यमुनानगर में इसकी शुरूआत हो चुकी है। बाकी शहरों में जून तक बस सड़कों पर होंगी।
अप्रैल से शुरू होगा हवाई सफर
हरियाणा में नागरिक उड्डयन से जुड़े प्रोजेक्ट्स को सिरे चढ़ाने के लिए सरकार ने हरियाणा एयरपोर्ट्स डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड का गठन किया है। यानी अप्रैल में हिसार से कई शहरों के लिए फ्लाइट सेवा शुरू की जा सकती है।
गांवों में लगेंगी हाईमास्ट लाइटें
सरकार द्वारा गांवों में स्ट्रीट लाइटों और अमृत सरोवरों पर एलईडी आधारित सोलर स्ट्रीट लाइट तथा हाईमास्ट लाइटें लगाई जा रही हैं। चालू वित्तीय वर्ष में विभिन्न गांवों में 7169 लाइटें लगाने पर काम चल रहा है।